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बेशर्मों शर्म करो, तुमने किसानों को बर्बाद किया हम आबाद कर रहे हैं-कमल पटेल कांग्रेस द्वारा कृषि मंत्री के बंगले के घेराव पर बोले- खीजी बिल्ली खंबा नोच रही

बेशर्मों शर्म करो, तुमने किसानों को बर्बाद किया हम आबाद कर रहे हैं-कमल पटेल 


कांग्रेस द्वारा कृषि मंत्री के बंगले के घेराव पर बोले- खीजी बिल्ली खंबा नोच रही  

हरदा। कमलनाथ सरकार ने डेढ़ साल के कार्यकाल में हर वर्ग को धोखा दिया है। जिसके कारण वे सत्ता से बाहर हो गए। अब उनकी स्थिति खीजी बिल्ली खंबा नोचे वाली हो गई है। यह बात कृषि मंत्री कमल पटेल ने आज पत्रकारों से चर्चा के दौरान एक सवाल के जवाब पर कहा जिसमें कांग्रेसियों द्वारा उनके बंगले का घेराव करने पर पूछा गया था। श्री पटेल ने कहा कि जबसे शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने हैं और मैं कृषि मंत्री बना हूं तब से कांग्रेसियों की नींद हराम हो गई है। मैं रोज कमलनाथ जी और राहुल गांधी पर हमला कर पूछता हूं कि किसानों का 200000 का कर्ज माफ क्यों नहीं हुआ तो वे कोई जवाब नहीं दे रहे। श्री पटेल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल दौरान छिंदवाड़ा में किसानों का 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर चना खरीदा जाता था हमने पूरे प्रदेश में 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर कर दिया जिससे किसानों को करोड़ों रुपए का फायदा हुआ। यहां तक की उनके कृषि मंत्री रहे सचिन यादव के खरगोन जिले में भी 15 कुंटल प्रति हेक्टेयर खरीदी होती थी जिसे हमने 20 क्विंटल किया।

◆ बाढ़ के दौरान घर में बैठे व्हाट्सएप पर राजनीति करते रहे कांग्रेसी - कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जब प्रदेश में बाढ़ आई और अतिवृष्टि से किसानों की फसल खराब हुई तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मैं साथ ही अन्य मंत्री व कार्यकर्ता कहीं नाव से तो कहीं ट्रैक्टर चलाकर प्रभावितों के पास पहुंचे और उन्हें मदद पहुंचाई। हमने 13000 लोगों को सुरक्षित निकाला एक व्यक्ति को भी डूबने नहीं दिया। वहीं कांग्रेसी नेता विपदा की इस घड़ी में अपने घरों में बैठ कर व्हाट्सएप पर राजनीति करते रहे। हमारा काम देख कर जनता हमारी जय जयकार कर रही है। जिससे यह बोखलाए हुए हैं।


◆ 15 महीने में किसानों को बर्बाद किया कांग्रेस ने -

कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि 15 महीने के कार्यकाल में कांग्रेस ने किसानों को बर्बाद कर डाला है और अब वह अपना जनाधार खोता देख घेराव कर रहे हैं। श्री पटेल ने कहा कि वर्ष 2018 का बीमा हम दे रहे हैं क्या इस बात को लेकर घेराव हो रहा है?  वर्ष 2019 का बीमा जो कांग्रेसी डकार गए थे वह हम दे रहे हैं इसलिए घेराव कर रहे हैं? हमने बीमा की तारीख बढ़ाई इसलिए घेराव कर रहे हैं? 800000 किसानों का अधिक बीमा कराया क्या इसलिए घेराव कर रहे हैं? फाइनेंस 75% की थी जिसे हमने बढ़ाकर 100% कर दी इसलिए घेराव कर रहे हैं? वन ग्रामों के आदिवासियों को बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था हमने 2 दिन में नियम बदल कर उन्हें लाभ दिलाया इस बात को लेकर घेराव कर रहे हैं? किसानों की मरी फसल का बीमा पूरे भारत में कभी नहीं हुआ जो हमने किया है क्या इस बात को लेकर घेराव किया जा रहा है?  उन्होंने कहां बेशर्मो शर्म करो तुमने किसानों को बर्बाद किया हम आबाद कर रहे हैं।

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