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सरस्वती शिशु मंदिर टिमरनी में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी छात्रों ने मनाया शिक्षक दिवस

सरस्वती शिशु मंदिर टिमरनी में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी छात्रों ने मनाया शिक्षक दिवस


शिक्षक साधारण नहीं होता है उसकी गोद में सृजन और प्रलय दोनों पलते हैं  - आचार्यजी

विद्या भारती की ओर से हरदा जिले की  एक घंटे की वेबीनार आयोजित की गई 

टिमरनी - सरस्वती शिशु मंदिर टिमरनी में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी शिक्षक दिवस मनाया गया। कोविड-19 के प्रभाव के चलते स्कूलों का अवकाश होने के कारण विद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया । इस आयोजन में पूर्व छात्रों ने विद्यालय के समस्त आचार्य एवं दीदियों को तिलक लगाकर, नारियल, मास्क एवं उपहार भेंट करके सम्मानित किया । इस आयोजन में कोविड-19 के नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए इसे संपन्न किया गया । 

कार्यक्रम में विद्यालय  के आचार्य, दीदियों ने देश के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जीवन को लेकर अनेक  संस्मरण सुनाएं । गीत एवं स्वरचित कविता पाठ भी किया गया। विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्री दिनेश जी वर्मा एवं श्री विनोद जी बोरसे व विद्यालय के प्राचार्य श्री दीपक जी  चंदेवा ने अपने उद्बोधन में रामचरितमानस के उदाहरण ,नई शिक्षा नीति ,गुरु - शिष्य परंपरा के अनेक उदाहरण दिए । उन्होंने उद्बोधन में आचार्य चाणक्य का नीति वाक्य सुनाया । उन्होंने कहा था "शिक्षक साधारण नहीं होता है उसकी गोद में सृजन और प्रलय दोनों पलते हैं " । 

इसी क्रम में कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के भैया बहनों ने शिक्षक दिवस कुछ अलग ढंग से  मनाया । उन्होंने आज की शिक्षण व्यवस्था संभालते हुए,  65 भैया बहनों ने विषय शिक्षण के वीडियो बनाकर भेजें, जिन्हें कक्षाओं में ग्रुप में भेजा गया । आज शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्या भारती की ओर से हरदा जिले की  एक घंटे की वेबीनार आयोजित की गई थी, जिसमें नई शिक्षा नीति पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रमुख और अखिल भारतीय प्रशिक्षण टोली के सदस्य देवकीनंदन जी चौरसिया ने विस्तार से जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत  शिक्षा , मूल्य आधारित , भारतीय संस्कृति पर आधारित एवं ज्ञानवर्धक होगी। उन्होंने बताया कि कक्षा बाल वाटिका से  कक्षा पांचवी तक की शिक्षा  क्षेत्रीय भाषा या मातृभाषा में  ही होगी  अंग्रेजी माध्यम  पूरी तरह से  समाप्त होगा । आज के दिन सभी आचार्य तथा दीदीयो ने डॉक्टर राधाकृष्णन जी के जीवन से प्रभावित होकर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया । सभी ने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की ।

- टिमरनी से संवाददाता सन्दीप अग्रवाल की रिपोर्ट✍🏻

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