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अतिवृष्टि ओर बीमारी से बर्बाद हो गई फसल खेतों को बखरने लगे किसान

अतिवृष्टि ओर बीमारी से बर्बाद हो गई फसल

खेतों को बखरने लगे किसान

हरदा।  जिले में अतिवृष्टि और कीट प्रकोप के चलते खरीफ फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। मक्का, सोयाबीन और उड़द की फसल भारी बारिश और कीट प्रकोप के चलते नष्ट हो गई है। इस संबंध में किसानों द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर पूर्व में ज्ञापन दिया जा चुका है। हाल ही में कलेक्टर संजय गुप्ता द्वारा जिले की 6 तहसीलों को 50% से ज्यादा नुकसान होने की संभावना को देखते हुए आपदा प्रभावित घोषित किया है। किसानों द्वारा लगातार मांग की जाती रही है कि फसलों  की नुकसानी का सर्वे कराया जाए। परंतु अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय है पिछले दिनों अनेक ग्रामों के किसानों ने जब अपनी फसलों से कोई उत्पादन मिलना नहीं देखा तो उन्होंने उसे पशुओं के हवाले कर दिया था। साथ ही कुछ गांव के किसान तो आपस में एक दूसरे का सहयोग करते हुए खेत में लगी फसल को उखाड़ रहे थे ताकि मजदूरी का पैसा बचाया जा सके। कारण यह था कि फसल की हालत दिखाई दे रही थी उससे कटाई करना महंगा पड़ता।

◆ टेमागांव के किसान  बखर रहे फसल -

ग्राम  टेमागांव के  कृषक  गणेश पटेल  ने  अपनी फसल को  बखरना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा 70 एकड़ में  9560, 6124 ओर आरबीएस 2014 वेरायटी लगाई गई थी। परंतु बीमारी के कारण फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। उन्होंने बताया कि जब इस फसल से कुछ भी मिलना संभव नहीं दिखाई दे रहा है तो खेत को साफ करना ही बेहतर है।

◆ कितने रकबे में कौन सी फसल -

सोयाबीन - 1 लाख 67 हजार

मक्का - 12 हजार

उड़द - 6 हजार 500

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