कमल पटेल का कमलनाथ पर जवाबी हमला कहा-कमलनाथ झूठों के सरताज, झूठे दावों के बैनर लगाने में शर्म भी नहीं आती
कमल पटेल का कमलनाथ पर जवाबी हमला
कहा-कमलनाथ झूठों के सरताज, झूठे दावों के बैनर लगाने में शर्म भी नहीं आतीहरदा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि जो अपने मंत्रियों और विधायकों का भरोसा ही नहीं रख पाए वह अब जनता का भरोसा जीतने निकले हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता उनकी लूटपाट और झूठे वादे देख चुकी है इसलिए वह अब उनके झांसे में आने वाली नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज ग्वालियर प्रवास के दौरान पत्रकार वार्ता में भाजपा पर नोटों के दम पर सरकार बनाने का आरोप लगाया तथा ग्वालियर के विकास को लेकर सीधे तौर पर सिंधिया को कटघरे में खड़ा करते हुए जवाब मांगा।
मंत्री कमल पटेल ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि 10 साल दिग्विजय सिंह और 15 महीने खुद कमलनाथ मुख्यमंत्री रहे और हिसाब ज्योतिरादित्य सिंधिया से मांग रहे हैं। कमल पटेल ने कहा दिग्विजय सिंह के 10 साल के कार्यकाल में प्रदेश बदहाल हो गया था, सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य पिछड़ गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 साल में प्रदेश को बीमारू राज्य से समृद्ध राज्य बना दिया, पहले जहां बिजली का उत्पादन 2990 मेगा वाट था जिसे बढ़ाकर 18000 मेगावाट से अधिक कर दिया और राज्य को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बना दिया। वहीं सिंचाई के मामले में जहां पहले 7:50 लाख हेक्टेयर की क्षमता थी जिसे बढ़ाकर 42 लाख हेक्टेयर से अधिक कर दिया, पचास लाख हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र का अभी और विस्तार किया जाएगा।
कमल पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के हर गरीब नागरिक की चिंता की और उनके लिए संबल योजना शुरू की, जन्म से लेकर मृत्यु तक उन्हें आर्थिक सहायता दी गई, लेकिन 15 महीने के कमलनाथ के कार्यकाल में सभी योजनाएं बंद कर दी गई। कन्या विवाह योजना, पेंशन, संबल योजनाएं बंद कर कमलनाथ खाली खजाने का रोना रोते रहे, उन्होंने कहा कि जब खजाना खाली था आईफा अवार्ड के लिए 700 करोड़ कहां से आ गए। कमलनाथ समय का रोना रोते रहते थे लेकिन हीरोइन के साथ फोटो खिंचवाने का समय कहां से मिल गया।
कमल पटेल ने कहा कि कमलनाथ ने महिलाओं, युवाओं और किसानों के साथ धोखा किया, उनसे किया गया कोई वादा पूरा नहीं किया इसलिए जो निष्ठावान और कर्मठ कांग्रेस नेता और विधायक थे वह वादाखिलाफी से नाराज हो गए थे इसलिए वह व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता परिवर्तन के लिए तैयार हुए।
कमल पटेल ने तंज कसते हुए कहा कि जो अपने मंत्रियों और विधायकों का विश्वास कायम नहीं रख पाए वह अब जनता का विश्वास जीतने निकले हैं, लेकिन वह कुछ भी कर ले प्रदेश की जनता उपचुनाव में उनके झांसे में आने वाली नहीं है। मंत्री कमल पटेल ने हैरानी जताते हुए कहा कि कोई वादा पूरा नहीं करने के बावजूद वह झूठे बैनर लगाने की हिम्मत कैसे कर पा रहे हैं। उन्हें इस बात पर कोई शर्म भी नहीं आती मगर उनका झूठ अब चलेगा नहीं, उपचुनाव की सभी सीटों पर भाजपा की जीत होगी।
कोई टिप्पणी नहीं