Breaking News

पुलिस लाइन में शस्त्रों एवं वाहनों की पूजा की गई दशहरे के अवसर पर जानिए क्यों किया जाता है शस्त्रों का पूजन

पुलिस लाइन में शस्त्रों एवं वाहनों की पूजा की गई दशहरे के अवसर पर 


जानिए क्यों किया जाता है शस्त्रों का पूजन...❓

लोकमत चक्र.कॉम (22 oct. 2020)

हरदा - अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। नवमी और दशमी एकसाथ होने की वजह से आज ही विजयादशमी का पर्व मनाया जा रहा है। ज्योतिषों के अनुसार, सुबह 7 बजकर 41 मिनट के बाद दशमी तिथि लग गई है। इस दिन देवी अपराजिता की पूजा की जाती है और इस पूजा में मां रणचंडी के साथ रहने वाली योगनियों जया और विजया को पूजा जाता है। रामायण और महाभारत काल से इस पूजा का चलन चल रहा है। भारतीय सेना ओर पुलिस बल आज भी इस परंपरा को निभाते है और दशहरे के दिन अस्त्र-शस्त्र की पूजा करते है। 

आज विजयादशमी के अवसर पर पुलिस लाइन हरदा में पुलिस अधीक्षक हरदा श्री मनीष कुमार अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरदा श्री गजेंद्र सिंह वर्धमान सहित समस्त पदाधिकारियों, समस्त थाना प्रभारी, संपूर्ण जिला बल एवं एस. एफ. के बल एवं होमगार्ड के बल द्वारा हर वर्ष के अनुसार इस वर्ष भी शस्त्रों एवं वाहनों की पूजा की गई।

● प्राचीन काल से चली आ रही है शस्त्र पूजन की परंपरा -

दशहरे के दिन शस्त्र पूजन का विधान प्राचीन काल से ही चला रहा है। प्राचीन समय में राजा अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए शस्त्र पूजन करते थे और शत्रुओं से लड़ने के लिए शस्त्रों का भी चुनाव करते थे। दशहरा मूल रूप से शक्ति का उत्सव है और आज के दौर में शक्ति के प्रतिक भारतीय सैनिकों के हथियार हैं, जो जनता की रक्षा करते हैं। इसलिए इनकी पूजा की जाती है।

कोई टिप्पणी नहीं