खराब रास्ता होने से गांव नहीं पहुंची एम्बुलेंस गर्भवती महिला की मौत
खराब रास्ता होने से गांव नहीं पहुंची एम्बुलेंस गर्भवती महिला की मौत
परिजन महिला को 5 किमी खटिया पर डालकर पहुंचे एम्बुलेंस तक
पुलिस ने दर्ज किया मामला
लोकमत चक्र.कॉम (www.lokmatchakra.com)
हरदा - आजादी के 70 वर्षों बाद भी सुदूर वनग्रामों के रास्तों के हालत आज भी बद से बदतर है, ऐसे ही खराब रास्ते के चलते आज के इस फास्ट फार्वर्ड मोबाइल युग में एक गर्भवती महिला की मौत समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण हो गई।
रहटगांव के ग्राम लाखादेह में एक गर्भवती महिला को समस्या होने पर परिजनों ने एम्बुलेंस बुलाई किंतु मुख्य मार्ग से 5 किमी का रास्ता खराब होने से एम्बुलेंस वाले ने गांव तक एम्बुलेंस लेजाने से मना कर दिया। इस पर महिला के परिजन महिला को खटिया पर लेकर ग्राम लाखादेह से पैदल 5 किमी चलकर एम्बुलेंस तक ग्राम भजरी तक पहुंचे। इस दौरान महिला की हालत काफी खराब हो गई। परिजन एम्बुलेंस में लेकर महिला को जिला अस्पताल ला रहे थे तभी महिला की रास्ते में मौत हो गई। हरदा जिला अस्पताल में डाक्टरों ने महिला फुलमाबाई को मृत घोषित कर दिया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने शून्य पर मामला कायम किया है।
सिस्टम का दंश -
यह घटना मन को झकझोरने वाली है, एक ओर इंसान चांद तारों पर कदम रखने को छोड़ वहां बस्ती बसाने की तैयारी में है वहीं हमारे देश में वनग्रामों तक आवागमन के समुचित साधन, रास्ते भी उपलब्ध नहीं है। यह घटना चुनाव के दौरान बड़े बड़े वायदे करने वाले नेताओं के मुंह पर करारा तमाचा है।
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