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बैंक अधिकारियो की गलती का खामियाजा भुगत रहे किसान, नही मिली बीमा राशि

बैंक अधिकारियो की गलती का खामियाजा भुगत रहे किसान, नही मिली बीमा राशि

लोकमत चक्र.कॉम (www.lokmatchakra.com)

मसनगांव- बैंक मे केसीसी वनाने के वाद जिस बीमे का लाभ किसानों को मिलना चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है इसके लिए बैंक के अधिकारी कर्मचारी जिम्मेदार बने हुए हैं जिन्होंने किसानों से बीमा की राशि तो काट ली परंतु बीमा कंपनी को जब राशि दी गई तो उसका बैंक अकाउंट नंबर एवं नाम अलग-अलग दर्ज करा दिया गया जिसके कारण क्षैत्र के कई किसानों को खरीफ फसल 2019 का बीमा का लाभ नहीं मिल सका क्षेत्र के कुछ किसान ऐसे हैं जिन्हे  एक माह बाद भी बीमा राशि नही मिली और वह बीमा राशि पाने के लिए कृषि विभाग एवं बैंक के चक्कर काट रहे हैं ।

इस वर्ष सोयाबीन की फसल खराब होने के बाद से ही किसानों की आर्थिक स्थिति खराब बनी हुई है। रवि फसलों की बुवाई के लिए ही यहां वहां से कर्ज लेकर अपना काम चलाना पड़ रहा है, कुछ उम्मीदें बीमा राशि से लगी हुई थी परंतु वह भी नहीं मिली जिससे किसान साहूकार से कर्ज लेकर अपना खेती किसानी का काम कर रहे हैं डेढ माह वाद भी किसानो के हाथ खाली होने से बैंको के प्रति विश्वास उठता जा रहा है । 

ग्राम के दशक राधेश्याम विश्वकर्मा ने बताया कि जब उन्हें बीमे की राशि प्राप्त नहीं हुई तो कृषि विभाग एवं बैंक में जाकर आवेदन प्रस्तुत किया जहां से कृषि विभाग से यह जानकारी मिली कि उनका रकबा अधिक चढाने से बीमा राशि नहीं मिल सकी जिसे दुरुस्त कराने के लिए वह बैंक गए वहां से उन्होंने बताया कि रकबा सही है बीमा कंपनी ने ही राशि नहीं दी इसके बाद से ही किसान बीमा की राशि मिलने का इंतजार कर रहा है। 

ग्राम की ही महिला कृषक गायत्री बाई ने जब कृषि विभाग के आफिस से  जानकारी ली तो उनका बैंक खाता नंबर एवं खसरा सही है परंतु नाम गलत दर्ज होने से उन्हें  अभी तक राशि प्राप्त नहीं हुई है वही कृषक कैलाश नामदेव ने बताया कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में खाता होने के बाद उन्हें बीमा राशि प्राप्त नहीं हुई है जिसके लिए उन्होंने बैंक में आवेदन प्रस्तुत किया वहीं कृषि विभाग में भी आवेदन देकर बीमा राशि दिए जाने की मांग की गई परंतु डेढ़ माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से किसानों को बीमा का लाभ नहीं मिल सका है।

- मसनगांव से अनिल दीपावरे की  रिपोर्ट✍️

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