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फार्मिंग एग्रीमेंट पर परोसा जा रहा झूठ, हम MSP हटाते तो स्वामीनाथन रिपोर्ट न लाते किसानों से बोले प्रधानमंत्री मोदी

फार्मिंग एग्रीमेंट पर परोसा जा रहा झूठ, हम MSP हटाते तो स्वामीनाथन रिपोर्ट न लाते किसानों से बोले प्रधानमंत्री मोदी

भोपाल - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अगर हमें MSP हटानी ही होती तो स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू ही क्यों करते ? हमने फाइलों के ढेर में फेंक दी गई स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को बाहर निकाला और उसकी सिफारिशें लागू कीं, किसानों को लागत का डेढ़ गुना MSP दिया। अभी 25 दिसंबर को, श्रद्धेय अटलजी की जन्मजयंती पर एक बार फिर मैं इस विषय पर और विस्तार से बात करूंगा। उस दिन पीएम किसान सम्मान निधि की एक और किस्त करोड़ों किसानों के बैंक खातों में एक साथ ट्रांसफर की जाएगी। उन्होंने राजनीतिक दलों को घेरते हुए कहा कि मैं सभी राजनीतिक दलों को कहना चाहता हूं कि आप अपना क्रेडिट अपने पास रखिए। मुझे क्रेडिट नहीं चाहिए। मुझे किसान के जीवन में आसानी चाहिए, समृद्धि चाहिए, किसानी में आधुनिकता चाहिए। कृपा करके किसानों को बरगलाना, उन्हें भ्रमित करना छोड़ दीजिए।

पीएम मोदी ने वर्चुअल मीटिंग में प्रदेश की 23 हजार पंचायतों के किसानों से संवाद करते हुए पूर्व कांग्रेस सरकार और उनके नेताओं को घेरा। उन्होंने कहा कि किसानों की बातें करने वाले लोग कितने निर्दयी हैं, इसका बहुत बड़ा सबूत स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट है। रिपोर्ट आई लेकिन ये लोग स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को आठ साल तक दबाकर बैठे रहे। इन लोगों ने ये सुनिश्चित किया कि इनकी सरकार को किसान पर ज़्यादा खर्च न करना पड़े।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार MSP को लेकर इतनी गंभीर है कि हर बार बुवाई से पहले MSP की घोषणा करती है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत हर साल किसानों को लगभग 75 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे। यानी 10 साल में साढ़े 7 लाख करोड़ रुपये किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किये जायेंगे। कोई कमीशन, कोई लीकेज नहीं है। हमारी सरकार ने न सिर्फ MSP में वृद्धि की, बल्कि ज्यादा मात्रा में किसानों से उनकी अपज को MSP पर खरीदा है। इसका सबसे बड़ा लाभ ये हुआ है कि किसानों के खाते में पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा पैसा पहुंचा है।

भ्रम फैलाने वाले अपनी राजनीतिक जमीन खोज रहे

मोदी ने कहा कि नए कानून के बाद 6 महीने हो गए हैं, देश में एक भी मंडी बंद नहीं हुई है। फिर क्यों ये झूठ फैलाया जा रहा है ? हमारी सरकार APMC को आधुनिक बनाने पर, उनके कंप्यूटरीकरण पर 500 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है। फिर ये APMC बंद किए जाने की बात कहां से आ गई। जिनकी खुद की राजनीतिक जमीन खिसक गई है, वो किसानों की जमीन चली जाएगी, किसानों की जमीन चली जाएगी, का डर दिखाकर, अपनी राजनीतिक जमीन खोज रहे हैं।

फार्मिंग एग्रीमेंट पर झूठ फैला रहे

पीएम ने कहा कि नए कृषि सुधारों को लेकर तीसरा बहुत बड़ा झूठ फार्मिंग एग्रीमेंट को लेकर चल रहा है। देश में फार्मिंग एग्रीमेंट क्या कोई नई चीज है, नहीं है। हमारे देश में बरसों से फार्मिंग एग्रीमेंट की व्यवस्था चल रही है। फार्मिंग एग्रीमेंट में सिर्फ फसलों या उपज का समझौता होता है। जमीन किसान के ही पास रहती है, एग्रीमेंट और जमीन का कोई लेना-देना ही नहीं है।
अचानक भ्रम और झूठ का जाल बिछाकर अपनी राजनीतिक जमीन जोतने के खेल खेले जा रहे हैं।
किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर वार किए जा रहे हैं।
मुझे लगता है कि उनको पीड़ा इस बात से नहीं है कि कृषि कानूनों में सुधार क्यों हुआ। उनको तकलीफ इस बात से है कि जो काम हम कहते थे लेकिन कर नहीं पाते थे, वो मोदी ने कैसे किया, मोदी ने क्यों किया।

विनम्रता के साथ हर मुद्दे पर बात करने तैयार

मोदी ने कहा कि मेरी इस बातों के बाद भी सरकार के इन प्रयासों के बाद भी अगर किसी को कोई आशंका है तो हम सिर झुकाकर, हाथ जोड़कर, बहुत ही विनम्रता के साथ देश के किसान के हित में उनकी चिंता का निराकरण करने के लिए हर मुददे पर बात करने के लिए तैयार हैं। नये कृषि कानून में हमने केवल इतना कहा है कि मंडी के अलावा कहीं और भी अच्छी कीमत मिले, तो किसान बेच सकता है। किसान को बेचने का अधिक विकल्प मिलेगा, तो उसे अपनी उपज की बेहतर कीमत मिल सकेगी।

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