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लोकायुक्त ने लगाई हेट्रिक, 3 - 3 भ्रष्ट शासकीय सेवकों को रंगे हाथों किया गिरफ्तार

लोकायुक्त ने लगाई हेट्रिक, 3 - 3 भ्रष्ट शासकीय सेवकों को रंगे हाथों किया गिरफ्तार

राजस्व निरीक्षक, सीएमओ ओर बाबू रंगे हाथों धराये


उज्जैन
- भ्रष्ट कर्मचारियों के प्रति कार्रवाई को लेकर शासन ने लोकायुक्त को फ्री हैंड कर दिया है। लोकायुक्त की कार्रवाई में आज उज्जैन जिले में तीन भ्रष्ट शासकीय कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही या हुई है, जिसमें एक मामले में सीमांकन के लिए रिश्वत लेने वाले राजस्व निरीक्षक को लोकायुक्त ने रंगे हाथों रफ्तार किया है। इसके साथ ही जावरा नगर पालिका की सीएमओ नीता चौहान सहित पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत बाबू विजय सिंह शक्तावत को 18 हजार रुपयों की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार किसान राजेश नाथ पिता शिवनारायण निवासी ग्राम छोटा नलखेड़ा तहसील झारडा जिला उज्जैन के स्वामित्व की भूमि का सीमांकन कराने हेतु आवेदक द्वारा माह सितंबर 2020 में तहसील कार्यालय महिदपुर मैं आवेदन किया गया था। आवेदक की भूमि के सीमांकन करने के एवज में आरोपी राजेंद्र माथुर राजस्व निरीक्षक तहसील झारडा द्वारा आवेदक से ₹10000 की मांग की गई थी । आरोपी आवेदक से ₹5000 पूर्व में ले चुका था तथा दिनांक 10 मार्च 2021 को आवेदक आरोपी राजेंद्र माथुर से अपनी भूमि के सीमांकन के लिए पुनः मिला तो आरोपी ने आवेदक से ₹2000 मौके पर ले लिए तथा आज दिनांक को ₹3000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया ।तहसील महिदपुर परिसर में स्थित आरोपी के शासकीय आवास सह कार्यालय पर लोकायुक्त उज्जैन की कार्रवाई जारी है।

दो अन्य मामलों में रतलाम जिले के जावरा नगर पालिका में पदस्थ सीएमओ नीता जैन तथा बाबू विजय सिंह शक्तावत को साढ़े अठारह हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि जावरा के एक ठेकेदार पवन भावसार से रिश्वत की मांग की गई थी। 


लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि ठेकेदार पवन भावसार ने लोकायुक्त एसपी को एक शिकायत की थी कि नगर पालिका परिषद जावरा में उनका कुछ पेमेंट बाकी है। उसमें से उन्हें दस से ग्यारह लाख रुपए का भुगतान हो चुका है तथा पचास से साठ हजार रुपये एवं उनकी एफडी नगरपालिका से वापस लेनी है। उसके एवज में नगर पालिका सीएमओ के द्वारा उनसे 2 से 3% की रिश्वत मांगी जा रही है। 


लोकायुक्त पुलिस के द्वारा पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए आरोपियों की कॉल रिकॉर्डिंग की गई जिसमें सीएमओ नीता जैन ने ठेकेदार को बताया कि वह बाबू विजय सिंह शक्तावत से चर्चा कर ले, उसको बता दिया गया है कि कितनी राशि उसे देनी है। उसके पश्चात लोकायुक्त पुलिस के द्वारा विजय शक्तावत की कॉल रिकॉर्डिंग की। आज प्लानिंग के साथ नगर पालिका में लोकायुक्त की टीम पहुंची तथा बाबू विजय शक्तावत को ₹ 15000 दिए। बाबू  ₹ 15000 लेने के पश्चात सीएमओ के पास गया और उनसे बोला कि मात्र ₹ 15000 दिए हैं। उसके पश्चात साढ़े तीन हजार रुपयो की और मांग और की गई। वह देने के पश्चात विजय शक्तावत से साढ़े अठारह हजार रुपये उसकी जेब से तत्काल बरामद किए गए एवं भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई।

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