Breaking News

ईओडब्ल्यू ने हंडिया सेवा सहकारी समिति के 9 गांवों के किसानों की जानकारी मांगी वर्ष 2008 में हुए ऋण माफी घोटाले के मामल में

ईओडब्ल्यू ने हंडिया सेवा सहकारी समिति के 9 गांवों के किसानों की जानकारी मांगी


लोकमत चक्र डॉट कॉम

हरदा। वर्ष 2008 में ऋण माफी, राहत योजना के अंतर्गत हुए फर्जी वाड़े की जांच अब तेज हो गई है। हाल ही में ऐसे किसानों के नाम उजागर हुए है, जिनके पास कहीं कोई भूमि नहीं है। इसके बावजूद भी उनके नाम से ऋण माफी की राशि दर्शाकर गोलमाल किया गया। यह ऋण माफी मामला लगभग 25 करोड़ 97 लाख 76 हजार रूपये का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा एक पत्र हंडिया तहसीलदार को भी जारी किया गया है। जिसमें सेवा सहकारी समिति मर्यादित हंडिया के अंतर्गत 9 ग्रामों के 171 किसानों के नाम सहित भूमि, खसरा नंबर, रकबा आदि की जानकारी बिन्दुवार मांगी गई है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में धारा 420, 467, 468, 471, 409, 120 बी भादवि एवं 13 (1)डी सह पठित 13 (2) के तहत विवेचना की जा रही है। जारी पत्र में ईओडब्ल्यू ने सेवा सहकारी समिति मर्यादित हंडिया के अंतर्गत आने वाले ग्राम हंडिया, भमोरी, हीरापुर, नीमाखेड़ी, कुसिया, चौकी, भादुगांव, बागरूल, डुमलाय के कृषकों को समिति का ऋणी बताकर उनके नाम से शासन से राशि प्राप्त की गई है।

ईओडब्ल्यू ने इन ग्रामों के किसानों के नाम से 31 मार्च 1997 से 31 मार्च 2007 के मध्य भूमि होने संबंधि जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। ईओडब्ल्यू को निरीक्षक राकेश सिंह बघेल के हस्ताक्षर से जारी इस पत्र में कहा गया है कि विशेष न्यायालय के आदेश पर जानकारी ततकाल प्रस्तुत की जाए। उन्होंने संबंधित पटवारियों से जानकारी प्राप्त कर प्रोफार्मा में भरकर 15 दिवस के अंदर प्रकोष्ठ को उपलब्ध कराने हेतु कहा है।

कोई टिप्पणी नहीं