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ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था सुचारू रूप से बनाई रखी जायें - मुख्‍यमंत्री श्री चौहान

ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था सुचारू रूप से बनाई रखी जायें - मुख्‍यमंत्री श्री चौहान

जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह की बैठक हुई आयोजित

प्रायवेट हॉस्‍पीटल वाले अपने यहॉं ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर अनिवार्य रूप से रखेंगे, जिन अस्‍पतालों में जितने बेड उपलब्‍ध हो उसके मान से उनके पास ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर व्‍यवस्‍था होनी चाहिए


हरदा/मुख्यमंत्री म.प्र. शासन की विडियो कान्फ्रेंस तथा कलेक्टर श्री संजय गुप्‍ता की अध्यक्षता में कोरोना वायरस कोविड-19 के नियंत्रण एंव बचाव हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के संबंध में जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह की बैठक का आयोजन किया गया। 

बैठक में अध्यक्ष नगर पालिका परिषद हरदा श्री सुरेन्द्र जैन, पुलिस अधीक्षक हरदा श्री मनीष अग्रवाल, अपर कलेक्टर हरदा श्री जे.पी. सैयाम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार जैसानी, सीएमओ, डीपीसी, महिला बाल विकास अधिकारी, परिवहन अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर एवं जिले के काईसिस मैनेजमेंट समिति के आमंत्रित गणमान्य सदस्य उपस्थित रहें। 

मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा विडियो कान्फ्रेंस में निर्देश दिये गये कि जिले में किल करोना के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी कार्यवाही की जायें। ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था सुचारू रूप से बनाई रखी जायें। बैठक में अवगत कराया गया कि क्राईसेस मैनेजमेंट समिति के समस्त सदस्यों से चर्चा करने हेतु प्रदेश के जिलों को विभाजित किया गया है, जिसमें जिला हरदा से चर्चा 29 अप्रैल 2021 समय दोपहर 04.00 बजे की जावेगी, समिति सदस्यों के जो भी प्रस्ताव हो उन पर विचार किया जायेगा। गरीबों को तीन माह का मुफ्त राशन दिया जायेगा। इसी क्रम में केन्द्र सरकार के द्वारा 2 माह का राशन दिया जायेगा इस प्रकार दो माह में 10 किलो खाद्यान्न का वितरण किया जायेगा। इसकी निगरानी जनप्रतिनिधि करेंगे तथा वितरण सुचारू रूप से करने के निर्देश दिये गये है। 

खाद्यान्‍न वितरण के दौरान वर्तमान में कोरोना का संक्रमण होने से थंब इम्प्रेशन से छूट रहेगी। बैठक में निर्देशित किया गया कि ऑक्सीन हेतु प्रत्येक संभाग में प्लांट लगेगा, योग शिक्षा पर ध्यान दिया जावें, आयुष विभाग के द्वारा काढा वितरण करायें। समस्त ग्राम जहां संक्रमण की स्थिति बहुत अधिक है, उन्हें कोरोना किट दी जायें। कोविड केयर सेंटर, आईसोलेशन हॉस्पिटल जैसी स्थिति हो, व्यवस्था कराई जायें ।  

जिला स्तरीय काईसेस मैनेजमेंट समिति के समक्ष चर्चा दौरान सीएमओ हरदा, महिला बाल विकास, डीपीसी हरदा को निर्देशित किया गया जिले के 35 वार्डो में किल करोना अभियान के तहत टीम (टीचर, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, आंगनवाडी कार्यकर्ता) की डियूटी लगावे। इस संबंध में अध्यक्ष नगर पालिका द्वारा सुझाव दिया गया कि बड़े वार्डो को 2 अथवा 3 भागों में विभाजित कर टीम का गठन किया जायें। बैठक में अवगत कराया गया कि जिला पंचायत, जनपद पंचायत के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में किल करोना अभियान के तहत योजना बना ली गई है। इस संबंध में टीम के साथ शिक्षक तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सचिव, किसान मित्रों को लगाने का भी प्रस्ताव दिया गया। 

बैठक में मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरदा, मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों एवं सर्व संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खाँसी, बुखार होने पर सामान्य इलाज लेकर ठीक हो जाते है, परन्तु इसी बीच कोरोना का ट्रीटमेंट न लेने से उन्हें गंभीर संक्रमण हो जाता है। बाद में वह अस्पतालों में भर्ती होते है। इस स्थिति से निपटने के लिये गठित टीम सभी का सर्वे करेगी। ऐसे मरीज जिन्हें कोरोना के लक्षण दर्शित होते है, उन्हें कोरोना किट उपलब्ध करायेगी साथ ही यह सुनिश्चित करेगी कि उनके द्वारा दवाईयों का सेवन किया जा रहा है। इसकी सूचना बनाये गये ग्रुप अथवा मोबाइल फोन से देगी। 

बैठक में अवगत कराया गया कि जिला स्तर से ऑक्सीजन की परिवहन / वितरण एंव अस्पतालों में व्यवस्था हेतु नोडल अधिकरी सहयोगी अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई है, जो निरन्तर ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था बना रही है, साथ ही प्रायवेट अस्‍पतालों के द्वारा खाली सिलेण्‍डर उपलब्‍ध नहीं कराये जा रहे है, तथा निरन्‍तर भरे ऑक्‍सीजन सिलेण्‍डर की मांग की जा रही है। इस हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि लगाई गई टीम यह सुनिश्चित करें कि सर्व प्रथम खाली सिलेण्‍डर प्राप्‍त करें तथा उनकी वास्‍तविक आवश्‍यकता अनुसार ऑक्‍सीजन का वितरण करावें।  

बैठक में समिति सदस्‍यों द्वारा प्रस्‍ताव दिया गया कि प्रायवेट हॉस्‍पीटल वाले मरीजों के परिजन से ऑक्‍सीजन की व्‍यवस्‍था हेतु कहते है, जबकि उनके द्वारा हॉस्‍पीटल खर्च आदि लिया जा रहा है, ऐसे में समस्‍त प्रायवेट हॉस्‍पीटल वाले अपने यहॉं ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर अनिवार्य रूप से रखेंगे, जिन अस्‍पतालों में जितने बेड उपलब्‍ध हो उसके मान से उनके पास ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर व्‍यवस्‍था होनी चाहिए। जिले में समस्‍त ग्रामों एवं श्‍हरों में पंजीकृत मेडिकल प्रेक्टिसनर अन्‍य के द्वारा संक्रमण के दौरान इलाज किया जा रहा है, ऐसे में सभी के पास जो मरीज आते हे, उन्‍हें कोरोना दवाई किट प्रदान की जावे ताकि आने वाले व्‍यक्ति डॉक्‍टर के द्वारा दी गई दवाई के साथ ही जरूरत पड़ने पर कोरोना की दवाई का उपयोग कर सकें।

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