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बटाई पर दी जमीन का हिस्सा मांगा तो देने लगा धमकियां

बटाई पर दी जमीन का हिस्सा मांगा तो देने लगा धमकियां . . . !

बुजुर्ग ने लगाया षडयंत्र से जमीन हड़पने की कोशिश करने का आरोप

हरदा। यदि आप अपनी कृषि भूमि बटाई पर देना चाहते हैं तो बटाईदार की जांच पड़ताल अच्छे से कर लें अन्यथा आपकी बटाई की राशि मिलना तो दूर जमीन भी विवाद में पढ़ सकती है। ऐसा ही एक मामला ग्राम बिछोला मैं प्रकाश में आया है। गनीमत यह रही कि हंडिया पुलिस की सहायता से भूमि स्वामी को उसकी जमीन तो मिल गई परंतु बटाई की राशि नहीं मिल सकी। 

ग्राम बिछोला निवासी 82 वर्षीय बुजुर्ग फतेहचंद पिता श्री गोपीलाल अग्रवाल की ग्राम बिछोला में कृषि भूमि है। उक्त भूमि खसरा नम्बर 17/1 रकबा 4.124 हेक्टेयर, खसरा नम्बर 19/1 रकबा 3.416 हेक्टेयर, खसरा नम्बर 19/2 रकबा 2.068 हेक्टेयर, खसरा नम्बर 20/1 रकबा 1.272 हेक्टेयर अजनाल नदी के किनारे स्थित है। यह जमीन इंदिरा सागर बांध परियोजना से प्रभावित है। बांध का जलस्तर कम होने पर यह भूमि काश्तकारी करने योग्य हो जाती है। ग्राम बिछोला में लगभग 700 एकड़ कृषि भूमि ऐसी है जो कि बांध से प्रभावित है। जिनके नाम भूमि दर्ज है उन किसानों द्वारा काश्तकारी की जाती है। श्री अग्रवाल भी अपने नाम वाली भूमि पर पारिवारिक साथी गंगाविशन अग्रवाल से काश्तकारी करवाते रहे। किंतु उनका निधन होने के पश्चात बिछोला गाँव निवासी नारायण गुर्जर से आधा आधा हिस्सा की बात पर पिछले 4 वर्षो से खेती करवा रहे थे। किंतु नारायण गुर्जर द्वारा पिछले दो वर्षों से फसल का हिस्सा नही दिया गया तथा अपना हिस्सा मांगने पर धमकियां देने लगा। 

श्री अग्रवाल का उक्त भूमि के अलावा आय का कोई स्त्रोत नही है। उनके हक का हिस्सा नहीं मिलने से अपने स्वास्थ्य सबंधी इलाज एवं पारिवारिक अन्य खर्चो में दिक्कत हो रही है।  दिनांक 31 मार्च 2021 को  उन्होंने जमीन पर खेती करने हेतु सहायता के लिए थाना प्रभारी, हंडिया को एक आवेदन दिया गया था। जिसके परिपेक्ष्य में दिनांक 02 अप्रेल 2021 को हंडिया थाना स्टाफ द्वारा सहायता प्रदान की, जिससे उन्होंने कृषि भूमि की बखरनी और बोवनी की। 

मन्दिर में दान की राशि भी जमा नहीं कराई

श्री अग्रवाल का कहना है कि जब बटाई की राशि बटाईदार गुर्जर ने देना बंद कर दिया तब गांव में एक बैठक रखी गई थी। जिसमें यह निर्णय हुआ था कि जो बटाई की राशि लगभग ₹100000 है वह मुझे ना देते हुए मंदिर में दान स्वरूप जमा करा दी जाए। यह सभी ग्रामीणों के बीच तय हुआ था, परंतु यह राशि बटाईदार गुर्जर अभी तक जमा नहीं कराई है। इस संबंध में श्री अग्रवाल ने बाकायदा एक वीडियो जारी कर संपूर्ण घटनाक्रम का जिक्र किया है।


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