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इंदौर के आयुष्मान हास्पिटल की जानकारी . . . ।

इंदौर के आयुष्मान हास्पिटल की जानकारी . . . ।

शहरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में कौन है योजना के लिए पात्र जानने के लिए क्लिक करें...

इंदौर - मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में समाज के कमजोर वर्ग को लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा मिलती है। एबीवाई को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम जय) भी कहा जाता है। इसके तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है। 

वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के मरीज इलाज के लिए परेशान हो रहे है। आयुष्मान योजना के लिए शासन द्वारा अधिकृत निजी अस्पताल की जानकारी नहीं होने पर मरीज परेशान हो रहे है, आपकी सुविधा के लिए आयुष्मान योजना के लिए इंदौर के अधिकृत निजी अस्पतालो की सूची - 



क्या है आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) का लक्ष्य ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य' योजना (आयुष्मान भारत योजना यानी एबीवाई) लागू की है। इसे पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर 25 सितंबर 2020 से देशभर में लागू कर दिया गया है।

एबीवाई में किसे मिल रहा है कवरेज ?

मोदी सरकार की कोशिश यह है कि महिला, बच्चे और सीनियर सिटीजन को एबीवाई में खास तौर पर शामिल किया जाय। आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल होने के लिए परिवार के आकार और उम्र का कोई बंधन नहीं है।

सरकारी अस्पताल और पैनल में शामिल अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) के लाभार्थियों का कैशलेस/पेपरलेस इलाज हो सकेगा।

एबीवाई की योग्यता का निर्धारण कैसे होता है?

SECC के आंकड़ों के हिसाब से आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में लोगों को मेडिकल इंश्योरेंस मिल रहा है। एसईसीसी के आंकड़ों के हिसाब से ग्रामीण इलाके की आबादी में D1, D2, D3, D4, D5 और D7 कैटेगरी के लोग आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल किये गए हैं।

शहरी इलाके में 11 पूर्व निर्धारित पेशे/कामकाज के हिसाब से लोग आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल हो सकते हैं. राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में पहले से शामिल लोग खुद ही आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल हो गए हैं।

ग्रामीण इलाके के लिए एबीवाई की योग्यता

आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल होने के लिए मोटे तौर पर ये योग्यता हैं:

  • ग्रामीण इलाके में कच्चा मकान, परिवार में किसी व्यस्क (16-59 साल) का नहीं होना, परिवार की मुखिया महिला हो, परिवार में कोई दिव्यांग हो, अनुसूचित जाति/जनजाति से हों और भूमिहीन व्यक्ति/दिहाड़ी मजदूर
  • इसके अलावा ग्रामीण इलाके के बेघर व्यक्ति, निराश्रित, दान या भीख मांगने वाले, आदिवासी और क़ानूनी रूप से मुक्त बंधुआ आदि खुद आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल हो जायेंगे।

शहरी इलाके के लिए एबीवाई की योग्यता

आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल होने के लिए मोटे तौर पर ये योग्यता हैं:

एबीवाई में अस्पताल में भर्ती की प्रक्रिया

  • आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) का लाभार्थी अस्पताल में एडमिट होने के लिए कोई चार्ज नहीं चुकाएगा। अस्पताल में दाखिल होने से लेकर इलाज तक का सारा खर्च इस योजना में कवर किया जायेगा।
  • आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) के लाभ में अस्पताल में दाखिल होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किये जायेंगे।
  • पैनल में शामिल हर अस्पताल में एक आयुष्मान मित्र होगा। वह मरीज की मदद करेगा और उसे अस्पताल की सुविधाएं दिलाने में मदद करेगा।
  • अस्पताल में एक हेल्प डेस्क भी होगा जो दस्तावेज चेक करने, स्कीम में नामांकन के लिए वेरिफिकेशन में मदद करेगा।
  • आयुष्मान भारत योजना में शामिल व्यक्ति देश के किसी भी सरकारी/पैनल में शामिल निजी अस्पताल में इलाज करा सकेगा।

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