Breaking News

भारतीय किसान संघ ने सिंचाई की पारदर्शी जल वितरण व्यवस्था बनाने के लिए अभी से कमर कसी

भारतीय किसान संघ ने सिंचाई की पारदर्शी जल वितरण व्यवस्था बनाने के लिए अभी से कमर कसी

कलेक्टर के साथ भारतीय किसान संघ की डेढ़ घंटे चली बैठक, कलेक्टर की मध्यस्थता में भारतीय किसान संघ एवं सिंचाई विभाग की बैठक संपन्न


लोकमतचक्र.कॉम।

हरदा। आगामी सिंचाई में तवा डैम के अमृत्तुल्य चल बचत एवं संबंधित किसानों के बीच जल वितरण की पारदर्शी व्यवस्था बनाने के लिए भारतीय किसान संघ जिला हरदा द्वारा 23 जुलाई को मध्य प्रदेश शासन के सिंचाई मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट को ज्ञापन प्रस्तुत किया था, ज्ञापन पर मंत्री महोदय के निर्देशानुसार दिनांक 26 जुलाई 2021को कलेक्टर कार्यालय मीटिंग हॉल हरदा में कलेक्टर संजय गुप्ता के साथ भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधियों की लगभग डेढ़ घंटे बैठक चली और बिंदुवार चर्चा की गई,  जिसमें कलेकटर महोदय द्वारा कहा गया  कि आगामी 2 दिनों में ज्ञापन के समस्त बिंदुओं पर रिपोर्ट बनाकर शासन स्तर पर भेज दी जावेगी, हालाकि बैठक में तवा परियोजना मंडल होशंगाबाद के अधीक्षण यंत्री सुनील कुमार सक्सेना नहीं  आए यदि अधीक्षण यंत्री महोदय बैठक में आते तो तवा परियोजना के जल वितरण से संबंधित समस्या पर और विस्तृत चर्चा होती क्योंकि तवा परियोजना की जल वितरण व्यवस्था अधीक्षण यंत्री महोदय के अधिकार क्षेत्र में आती है।

ज्ञापन के विषय 

तवा बांयी तट एवं तवा दांयी तट मुख्य नहर एवं इनसे संबंधित शाखा नहर, उप नहर एवं माइनर के वास्तविक गेज बनवा कर सभी नहरों के एफ एस एल लेवल विशेष रुप से प्रदर्शित किया जावे। गेज दोनों जिले के दो-दो भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि की उपस्थिति में बनाए जावे।

जिन नहरों में फलयूम नहीं है वहां फलयूम बनाये जावे,

सभी नहरों के हेड पर गेज फलयूम के पास वेल(कुए)के स्थान पर लगाए जावें , जहां कुए निर्मित नहीं है वहां गेज कुएं के स्थान पर खंबे लगाकर या लाइनिंग की दीवार वनाये जावे।

फालों पर भी गेज के साथ एफ एस एल अंकित किया जावे।

माइनर एवं सब माइनरों में जहां पानी वितरण व्यवस्था में कठिनाई एवं  विवाद उत्पन्न होते हैं वहां संबंधित नहर के डिजाइन डिस्चार्ज पर सी. बी. एल. एवं एफ एस एल का ध्यान रखते हुए तकनीकी मापदंड अनुसार डिजाइन डिस्चार्ज/रकबे अनुसार फ्ल्यूम टाइप पक्के बंटवारे बनाए जावे

सभी नहरों के एच आर की दीवार पर  संबंधित नहर का कमांड क्षेत्र एवं डिजाइन डिस्चार्ज अंकित किया जावे।

परियोजना स्तर का व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उसमें संभाग स्तर के सभी गेंजों के फोटो प्रतिदिन कम से कम 4 बार एवं एक बार वीडियो भी बना कर डाला जावे। ग्रुप में माननीय मंत्री महोदय क्षेत्रीय विधायक आयुक्त महोदय जिलाधीश महोदय जनप्रतिनिधि  एवं प्रत्येक संभाग के दो दो किसान संघ के पदाधिकारियों को भी जोड़ा जावे।

हरदा जिले में शेष रही उप नहर, माइनर एवं सब माइनर का लाइनिंग कार्य शीघ्र स्वीकृत करा कर  पूर्ण कराया जावे। 

इटारसी संभाग अंतर्गत आवश्यकता अनुसार सी आर गेट का निर्माण कराया जावे, क्योंकि इटारसी संभाग धान का क्षैत्र होने से लेट सिंचाई प्रारंभ होने से इस संभाग की अंतिम सिंचाई के समय लेवल मेंटेन करने के कारण बहुत बड़ी मात्रा में अमृततुल्य करोड़ों रुपए की फसल उपजाने वाला पानी व्यर्थ बर्बाद होता है। 

तवा परियोजना में काडा अंतर्गत पक्की सीमेंट कंक्रीट वाटर कोर्स एवं फीलड चेनल का निर्माण कराया जावे।

समस्त नहरों पर मुरूम बजरी करण रोड एवं वृक्षारोपण कराया जावे।

मोरंड एवं गंजाल परियोजना का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराया जावे।

हरदा जिले को माचक- खिरकिया उपनहर निर्माण अनुसार पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के हेतु मोरंड एवं गंजाल एक्वाडक्ट की जल संवहन क्षमता बढ़ाई जावे।  मोरंड एवं गंजाल जलसंवहन क्षमता वृद्धि पर दीपचंद नवाद द्वारा जिलाधीश महोदय को बताया गया कि मोरंड एवं गंजाल एक्वाडक्ट मात्र 1790 क्यूसेक पानी के लिए डिजाइंड है जबकि माचक-खिरकिया एवं जिले के लिफ्ट रकवे अनुसार हरदा जिले को 2200 से 2300 क्यूसेक पानी की आवश्यकता है 

 नहरों पर पर्याप्त संख्या में चौकीदार रोजगार गारंटी से लगाए जावे,

 वर्तमान में जिले में चल रहे नहर लाइनिंग कार्य समय-सीमा में एवं गुणवत्तायुकत पूर्ण कराये जावे।

हरदा संभाग अंतर्गत ग्राम नादवा के पास सायफन एवं कुए की जगह  एच आर गेट का निर्माण कराया जावे।

बैठक में मूंग खरीदी एवं वैक्सीनेशन तथा टिमरनी मंडी में किसानों से आवश्यकता से अधिक दस्तावेज मांग कर परेशान किए जाने वाले विषय पर भी चर्चा की गई।

बैठक में मुख्य रूप से भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष आनंदराम किरार भगवान दास गौर विनोद पाटिल विजय मलगाया दीपचंद नवाद आनंद पटेल कैलाश गुर्जर आदि उपस्थित रहे।

कोई टिप्पणी नहीं