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विधायक के बिगड़े बोल : तू 500 रूपये में बिकने वाला तहसीलदार, तूने बहुत भ्रष्टाचार मचा रखा है...

विधायक के बिगड़े बोल : तू 500 रूपये में बिकने वाला तहसीलदार, तूने बहुत भ्रष्टाचार मचा रखा है...

विधायक बाबू जंडेल ने बड़ौदा तहसीलदार भरत नायक को सुनाई खरी-खोटी, कलेक्टर को बताया इमानदार

लोकमतचक्र.कॉम।

श्योपुर : भीड़ देखकर नेताओं के सुर बदल जाते है, ऐसा ही कुछ अप्रत्याशित घटित हुआ श्योपुर जिले में जब भीड़ देखकर विधायक के सुर बदल गये ओर वो तहसीलदार पर उखड़ गए। अभद्रता का स्तर इस कदर था कि तहसीलदार से तू तड़क मैं बात करते हुए... नहीं बदतमीजी करते हुए बोले कि तू 500 रूपये में बिकने वाला तहसीलदार, तूने बहुत भ्रष्टाचार मचा रखा है।

तहसीलदार के साथ विधायक द्वारा की गई अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें विधायक कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि -- तू 500 रुपए में बिकने वाला तहसीलदार है। तूने श्योपुर में बहुत भ्रष्टाचार मचा रखा है। तूने गरीबों बाढ़ पीड़ितों का आटा भी दूसरों को बांट दिया। प्रधानमंत्री आवास का लाभ भी बीजेपी के लोगों के कहने पर अपात्रों को दे दिया तुझे शर्म नहीं आती। तू लगातार मुझसे झूठ बोलता रहा कि मैंने गरीबों में आटा बटवा दिया है। एक भी बाढ़ पीड़ित बचा नहीं है। यह 200 आदमियों की भीड़ मेरे साथ आई है, इनमें से एक को भी आटे का बैग नहीं मिला, बता देना कहां बांट दिया आटा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैं भ्रष्टाचार नहीं होने दूंगा फिर भी तू ने भ्रष्टाचार मचा रखा है। कौन सा नेता है जिसके कहने पर तू भ्रष्टाचार कर रहा है। जिले के लिए तू कचरा है। 

कलेक्टर वर्मा जी ईमानदार है अच्छा काम कर रहा है। वह गरीबों की सुन रहा है। पहले एसडीएम उपाध्याय यहां कचरा था उसने यहां भ्रष्टाचार मचा रखा था, वो कचरा यहां से निकल गया, तू कचरा और बच गया है। तू हमें सरकार की धौंस देता है बता कौन सी सरकार है, जो तुझसे भ्रष्टाचार करा रही है। यह बात विधायक बाबू जंडेल ने बड़ौदा तहसीलदार भरत नायक से कही। दरअसल विधायक बाढ़ पीड़ित वार्ड 15 में सरकार द्वारा चलाए जा रहे राहत एवं पुनर्वास का काम देखने पहुंचे थे, जहां बाढ़ पीड़ितों ने उन्हें बताया कि इस वार्ड में न सर्वे हुआ न ही आटा बांटा गया। फोन लगाने पर तहसीलदार ने बताया कि सबकों आटा वितरण कर दिया कोई बाकी नहीं बचा। इससे नाराज होकर विधायक 200 बाढ़ पीड़ितों को लेकर तहसील चले गए, जहां वार्ड वासियों ने बताया कि उन्हें राहत के नाम पर कुछ नहीं दिया गया। नाराज विधायक ने तहसीलदार को खूब खरी-खोटी सुनाई। 

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