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ग्रामीण सड़कों के निर्माण में आधुनिकतम तकनीकों का प्रयोग करें : कलेक्टर श्री गुप्ता

ग्रामीण सड़कों के निर्माण में आधुनिकतम तकनीकों का प्रयोग करें : कलेक्टर श्री गुप्ता

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सेमीनार सम्पन्न


लोकमतचक्र.कॉम।

हरदा / देश की आजादी के 75 वें वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इसी क्रम में मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण द्वारा हरदा जिला पंचायत के सभाकक्ष में एक दिवसीय सेमीनार आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों व पंचायत पदाधिकारियों को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की जिले में उपलब्धियों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में कलेक्टर श्री संजय गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में ग्रामीण क्षेत्र को पक्की सड़कों से जोड़ने के लिये प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना प्रारम्भ की गई थी। इस योजना के तहत निर्मित सड़कें अच्छी गुणवत्ता के लिये जानी जाती है। उन्होने कहा कि ग्रामीण सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान तो रखा ही जाना चाहिये साथ ही नवीनतम तकनीक का उपयोग भी करना चाहिए। कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. राम कुमार शर्मा व महाप्रबन्धक श्री एम.के. कोरी, सांसद प्रतिनिधि श्री राजेश वर्मा सहित विभिन्न अधिकारी, पंचायत पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे। 

कलेक्टर श्री गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क के दोनों ओर शोल्डर निर्माण में भी गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होने कहा कि ग्रामीण सड़कों के निर्माण में प्लास्टिक वेस्ट के  प्रयोग से जहाँ एक ओर सड़कें मजबूत होंगी वहीं दूसरी ओर ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र में प्लास्टिक व पन्नियों से होने वाले प्रदूषण पर भी रोक लगेगी और गाँव व शहर स्वच्छ रहेंगे। कलेक्टर श्री गुप्ता ने इसके लिये हरदा जिले में भी एक प्लांट लगाने के लिये कहा। महाप्रबन्धक श्री कोरी ने इस अवसर पर बताया कि हरदा जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत प्रथम चरण में कुल 127 सड़कों का निर्माण कार्य कराया गया, जिनकी लम्बाई 693.65 कि.मी. है। द्वितीय चरण में 57.5 कि.मी. लम्बी 3 सड़कों का निर्माण कराया गया जबकि तृतीय चरण में कुल 117.2 लंबी 11 सड़के स्वीकृत की गई है। उन्होने बताया कि प्रथम चरण में 14 पुल स्वीकृत हुए थे, जिसमें से 12 पूर्ण हो चुके है व 2 प्रगतिरत है। द्वितीय चरण में 1 तथा तृतीय चरण में 2 पुलों का निर्माण भी कराया गया है।

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