महिला बाल विकास की परियोजना अधिकारी सुश्री चौरसिया को हटाया कलेक्टर ने
महिला बाल विकास की परियोजना अधिकारी सुश्री चौरसिया को हटाया कलेक्टर ने
गत दिवस आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने लगायें थे गंभीर आरोप, रिश्वत लेने से प्रताड़ित करने तक के लगे हैं आरोप
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फाइल फोटो |
भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले कलेक्टर के नाम सौंपा था ज्ञापन, की थी हटाने की मांग
लोकमतचक्र.कॉम।
हरदा। कलेक्टर श्री संजय गुप्ता ने हरदा ग्रामीण परियोजना क्रमांक 1 के सीडीपीओ का प्रभार सुश्री सुषमा चौरसिया से हटाकर सहायक संचालक श्री राहुल दुबे को सौंपने संबंधी आदेश जारी किए हैं। अब सुश्री चौरसिया जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में दायित्वों का निर्वहन करेंगी।
उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने गंभीर आरोप लगाए थे। कार्यकर्ताओं ने भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले ज्ञापन सौंप कर उन्हें हटाने की मांग की थी। कार्यकर्ताओं का कहना था कि परियोजना अधिकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से परेशान कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए यहां तक कहा कि परियोजना अधिकारी सुषमा चौरसिया 3 सेक्टर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं से प्रतिमाह 5-5 सो रुपए लेती है, नहीं देने पर कार्यकर्ताओं को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है।
इस संबंध में भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले गत दिवस कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर दर्जनों की संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा था। इस दौरान भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सोनी का कहना था कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को शासन की ओर से महज ₹10000 और सहायिकाओं को ₹5000 प्रतिमाह दिए जाते हैं। इस न्यूनतम राशि में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं अपना और अपने परिवार का किसी तरह भरण पोषण करती हैं। इसके बावजूद भी कोई अधिकारी इस तरह से प्रति माह अनावश्यक रूप से रिश्वत की मांग करता है तो यह घोर अन्याय है। श्री सोनी ने इस संबंध में कृषि मंत्री कमल पटेल और जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से भी चर्चा की गई थी। तब मंत्री द्वय ने 15 दिन के भीतर इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।
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