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बाढ़ सर्वे में तीन महिला पटवारी पर गलत जानकारी देने के आरोप में हुई निलंबन की कार्यवाही

बाढ़ सर्वे में तीन महिला पटवारी पर गलत जानकारी देने के आरोप में हुई निलंबन की कार्यवाही

नायब तहसीलदार के जांच प्रतिवेदन पर एसडीएम ने की कार्यवाही

पटवारीसमाचार.कॉम।

अशोकनगर : बाढ़ सर्वे में तीन महिला पटवारियों पर गलत जानकारी देने के आरोप में नायब तहसीलदार के प्रतिवेदन पर एसडीएम द्वारा निलंबित किये जाने की कार्यवाही की गई है। अशोक नगर में हुई भारी बरसात के बाद आई बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे करने के लिए एसडीएम कार्यालय द्वारा पटवारी को आदेश जारी किए गए थे जिनमें आवासीय मकानों को हुई क्षति के बारे में मिथ्या प्रतिवेदन एवं गलत जानकारी देने पर तीन महिला पटवारियों को एसडीएम निलंबित कर दिया है। तीनों पर आरोप लेगी उन्होंने क्षतिग्रस्त मकानों की जानकारी देने में गंभीर लापरवाही बरती है। विचारणीय बिंदु यह है कि शासन द्वारा पटवारियों से हर मामले में तत्काल जानकारी चाही जाती है और दबाव पूर्वक तरीके से कार्य को शीघ्र करवाया जाता है जिसके चलते छोटी मोटी त्रुटियां होना संभव है।


इस संबंध में अशोक नगर एसडीएम रवि मालवीय ने बताया कि बाढ़ के तुरंत बाद हमने सभी पटवारियों को सर्वे करने एवं बाढ़ से नुकसान हुए मकानों की तुरंत जानकारी देने का आदेश पटवारियों को दिया था। इसके बाद जो रिपोर्ट प्राप्त हुई उसमें कचनार व्रत के तीन महिला पटवारियों की रिपोर्ट सही प्राप्त नहीं हुई, जिसको लेकर नायब तहसीलदार सही जांच कराई गई । जिसमें यह पाया गया कि तीनों महिला पटवारियों के ग्रामों में मकानों का बाढ़ से अधिक नुकसान नहीं हुआ है ऐसे मकानों को इन पटवारियों ने शत प्रतिशत क्षतिग्रस्त बता दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि पटवारियों द्वारा फोन पर ही जानकारी ली गई मौके पर नहीं पहुंची। ऐसी स्थिति में नायब तहसीलदार के द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर महिला पटवारियों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें निलंबित किया गया है। 

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के पटवारी अपने वेतनमान सहित अन्य मामलों को लेकर आंदोलनरत है किंतु प्रदेश के कुछ जिलों में बाढ़ आपदा के कारण पटवारियों ने मानवीयता दिखाते हुए सर्वे कार्य करने का निर्णय लिया था और अधिकारियों द्वारा दिए गए आदेश के पालन में आनन फानन तरीके से जानकारी तैयार कर प्रस्तुत की है। किंतु वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस संबंध में सुधार का मौका ना देकर एकतरफा कार्रवाई करते हुए पटवारियों को निलंबित किया है जोकि उचित नहीं है ऐसा मध्य प्रदेश पटवारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है। मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रदेश पदाधिकारी ने बताया कि बाढ़ सर्वे के दौरान महिला पटवारियों द्वारा अपने नजरिय आंकलन से हुई नुकसान को दर्ज किया है, पटवारियों के पास नुकसान ओर उसका प्रतिशत नापने का कोई पैमाना नहीं इसके बावजूद पटवारियों पर उक्त आधार पर कार्यवाही की जाना दुर्भाग्य पूर्ण होकर अधिकारी की दुर्भावना को प्रदर्शित करता है।

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