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बाढ़ प्रभावितों ने की पटवारी से मारपीट, पटवारी संघ ने किया सर्वे से इनकार

बाढ़ प्रभावितों ने की पटवारी से मारपीट, पटवारी संघ ने किया सर्वे से इनकार


अपने आंदोलन के बावजूद मानवता दिखाते हुए पटवारियों ने लिया था बाढ़ सर्वे में सहयोग का निर्णय

लोकमतचक्र.कॉम।

अशोकनगर : तहसीलदार के साथ प्रभावितों को समझाने पहुंचे पटवारी के साथ बाढ़ प्रभावित लोगों से अभद्रता करते हुए मारपीट की ओर तहसीलदार के ड्राइवर को भी पीट दिया। पटवारी से हुई मारपीट के बाद पटवारी संघ ने सर्वे न करने का ऐलान किया है। गौरतलब है कि अपने आंदोलन के बावजूद मानवता दिखाते हुए पटवारियों ने आपदा में सर्वे करने का निर्णय लिया था। अशोकनगर में बाढ़ का कहर झेलने के बाद अब बाढ़ प्रभावित मुआवजे की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। बुधवार को अशोकनगर में बाढ़ प्रभावितों ने मुआवजे की मांग करते हुए चक्काजाम कर दिया और तहसीलदार के साथ समझाइश देने पटवारी के साथ मारपीट तक कर दी। इस घटना के बाद पटवारी संघ ने बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे करने से इंकार कर दिया है। पटवारी संघ का कहना है कि पहले से ही हड़ताल चल रही थी लेकिन आपदा के समय मानवीयता के कारण वो नुकसान का सर्वे कर रहे थे लेकिन इस तरह की घटना के बाद अब पटवारी सर्वे नहीं करेंगे।

मुआवजे की मांग को लेकर चक्काजाम

अशोकनगर जिले के मुंगावली ब्लॉक के ढिचरी गांव में बुधवार को बाढ़ प्रभावितों ने मुआवजे की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। मुआवजे की मांग करते हुए बाढ़ प्रभावित सड़क पर उतर आए और वाहन रखकर चक्काजाम कर दिया। बाढ़ प्रभावितों ने आरोप लगाया कि सड़क की ऊंचाई बढ़ने से गांव में नदी का पानी भर गया और इसी से नुकसान हुआ है, बाढ़ ने उनकी घर गृहस्थी को पूरी तरह से बर्बाद कर दी है। फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं जिसके कारण उनका जीवनयापन करना मुश्किल हो रहा है। लेकिन इसके बावजूद सही ढंग से सर्वे नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों ने सही सर्वे कर तुरंत मुआवजा दे।

बाढ़ प्रभावितों ने पटवारी को पीटा

बाढ़ प्रभावितों के चक्काजाम किए जाने की खबर लगते ही तहसीलदार दिनेश सांवले व पटवारी जितेन्द्र शर्मा ढिचरी गांव पहुंचे थे। वो लोगों को समझाने का प्रयास कर ही रहे थे इसी दौरान गुस्साए लोगों ने पटवारी के साथ मारपीट कर दी। मारपीट की घटना उस वक्त हुई जब तहसीलदार दिनेश सांवले ग्रामीणों को समझा रहे थे, तभी ग्रामीण चिल्लाने लगे तो पटवारी जितेन्द्र शर्मा प्रदर्शन करने वाले लोगों से कहा कि आप पहले साहब की बात सुन लो और फिर अपनी बात रखना। पटवारी की इस बात से गुस्साए लोगों ने पटवारी के साथ झूमाझटकी कर मारपीट कर दी। तहसीलदार के ड्राइवर व कुछ लोगों ने किसी तरह पटवारी को लोगों से बचाया और गांव में ही एक स्थान पर ले गए। वहीं इस घटना की जानकारी लगते ही पटवारी संघ ने सर्वे करने से इंकार कर दिया है।

बाढ़ प्रभावितों की ये हैं मांग-

- निर्माण के दौरान सड़क की ऊंचाई बढ़ा दी, इससे घरों में पानी भर गया, गांव के पास पुल का निर्माण किया जाए, ताकि पानी निकासी हो सके।

- सर्वे के दौरान नुकसान का सही आंकलन नहीं किया जा रहा है, सर्वे सही ढंग से कराया जाए और प्रभावितों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए।

- बाढ़ प्रभावित परिवारों के अन्यत्र विस्थापन के लिए जगह चिन्हित की जाए व पूरा गांव दूसरी जगह विस्थापित कराया जाए, ताकि समस्या खत्म हो।

- जिनके मकान गिरे हैं उन्हें आवास बनवाया जाए, गैस कनेक्शन व खाने-पीने की व्यवस्था करें और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की जाए।

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