धर्म प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहने वाले की रक्षा करते है स्वयं देवता
धर्म प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहने वाले की रक्षा करते है स्वयं देवता
मनोवती गजमोती लघु नाटिका संपन्न, पर्यूषण पर्व में जारी है दिगम्बर जैन समाज के सांस्कृतिक कार्यक्रम
लोकमतचक्र.कॉम।
हरदा : धर्म प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहने वालों की मदद और रक्षा स्वयं देवता करते हैं। उक्त बात को बताते हुए श्री दिगंबर जैन समाज हरदा के चल रहे पावन पर्व पर्यूषण जी के तीसरे दिन लघु नाटिका मनोवति गजमोती का सफल मंचन श्री विद्यासागर भवन में किया गया। लघु नाटिका के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि परिस्थिति चाहे कितनी भी विपरीत हो इंसान को धर्म की राह नहीं छोड़ना चाहिए, अपने नियम और प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहना चाहिए।
जैन समाज के युवा समर्थ जैन के डायरेक्शन में समाज के युवक, युवतियों ओर बच्चों ने मनोवती गजमोती लघु नाटिका का सराहनीय मंचन किया। नाटिका के सभी किरदारों द्वारा जीवंत अभिनय कर उपस्थित जनसमुदाय को भावविभोर कर दिया। उपस्थित समाजजनों ने मुक्त कंठ से लघु नाटिका ओर उसकी प्रस्तुति करण की प्रशंसा की।
लघु नाटिका की जानकारी देते हुए जैन समाज के अध्यक्ष सुरेन्द्र जैन ने बताया कि मनोवति गजमोती एक सत्य घटना है जिसमें नगर सेठ की पुत्री मनोवती मुनिराज से प्रतिदिन देवदर्शन कर गजमोती अर्पित करने के बाद अन्न जल ग्रहण करने की प्रतिज्ञा अपनी युवा अवस्था में लेती है। उसके विवाह के पश्चात ससुराल में उत्पन्न हुई परिस्थिति और गजमोती अर्पित ना कर पाने के कारण लगातार उपवास रहने और इससे उत्पन्न हुई परिस्थितियों पर सौधर्म इंद्र द्वारा मनोवति की प्रतिज्ञा का पालन करवाने स्वयं देव आज्ञा से उपस्थित होकर धर्म प्रतिज्ञा का पालन करवाने पर आधारित हैं। यह लघु नाटिका हमें संदेश देती है कि धर्म पर दृढ़ रहने वालों की मदद स्वयं भगवान आकर करते हैं। यह बहुत ही शानदार प्रस्तुति थी इसके लिए समाज की ओर से संचालक और सभी सहयोगी कलाकारों का अभिनंदन किया गया। उक्त प्रस्तुति में श्री सुज्ञान जागृति मंडल के द्वारा सहयोग प्रदान कर नाटिका तैयार की गई। लघु नाटिका के प्रारंभ में मंगलाचरण जैनसी जैन द्वारा आकर्षक भारतीय कथक नृत्य के रूप में प्रस्तुत कर किया गया।
पात्र परिचय :
नाटक – मनोवती गज मोती
डायरेक्टर बाय समर्थ जैन
- मनोवती – प्रज्ञा जैन
- महासेना (मनोवती की मां) – गरिमा जैन
- महारथ (मनोवती के पिता) – मनीषा जैन
- मनोवती का भाई – सार्थक जैन
- पुरोहित – आदि जैन
- बुधसेन (मनोवती का पति) – आकृति जैन
- सोमदत्त (बुधसेन के पिता) – आरती जैन
- हेमश्री (बुधसेन की माता) – आशी जैन
- बुधसेन का भाई – अश्मित जैन
- बुधसेन की बहन – अदिति जैन
- चंदा मालिन – रिंकी जैन
- माली – अक्षरा जैन
- मालिन की बेटी – माहि जैन
- राजा (वलभीपुर का) – आदर्श जैन
- बड़ी रानी – गुंजन जैन
- छोटी रानी – प्रिया जैन
- नगर सेठ – अतिशय एवं अर्घ जैन
- सोधर्म इंद्र – राज जैन
- देव – अनुष्का जैन
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