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सवर्ण महिलाओं को घर से खींचने को लेकर दिये बयान पर मंत्री बिसाहू लाल ने मांगी माफी, हुआ पुतला दहन

सवर्ण महिलाओं को घर से खींचने को लेकर दिये बयान पर मंत्री बिसाहू लाल ने मांगी माफी, हुआ पुतला दहन

भोपाल. प्रदेश के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने सवर्ण महिलाओं को घर से खींचने को लेकर दिए गए बयान पर विरोध के बाद माफी मांगी है। राजपूत समाज ने कल बयान वायरल होने के बाद उनका पुतला दहन किया था। कांग्रेस आज उनके खिलाफ प्रदर्शन करने वाली है। इसे देखते हुए मंत्री बिसाहूलाल में लिखित और मौखिक तौर पर माफी मांगी और कहा है कि महिलाओं को पुरुषों के बराबर सभी क्षेत्रों में समान भागीदारी निभाने और नारी शक्ति का पुरुषों के समान सशक्तिकरण करने के भाव से उन्होंने यह बातें कही थी। उन्होंने कहा कि कुछ विघ्न संतोषी विचारधारा के लोगों ने उनके वक्तव्य के साथ और मरोड़ किया है और भाषण के कुछ अंश प्रदर्शित किया है ताकि लोगों की भावनाएं उद्वेलित की जा सकें। मंत्री ने कहा है कि अगर उनके वक्तव्य से किसी समाज या वर्ग को ठेस पहुंची हो तो उसके लिए माफी मांगते हैं, उनका कोई ऐसा इरादा नहीं था।


यह कहा था मंत्री बिसाहू ने

शिवराज सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने अनूपपुर जिले के ग्राम फुनगा में 'सर्वजन सुखाय' सामाजिक संस्था के 'नारी रत्न' सम्मान समारोह में सवर्ण महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया था। वायरल वीडियो में मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि महिला और पुरुष दोनों को समान रूप से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'ठाकुर-ठकार लोग महिलाओं को कोठरी में बंद रखते हैं, उनको भी घर से खींचकर बाहर निकालें और काम कराएं, तभी समानता आएगी।' मंत्री बिसाहूलाल यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि 'समाज में समानता लाना है तो उच्च जाति की महिलाओं को पकड़ कर बाहर निकालो। गांव की महिलाएं धान काटती हैं, गोबर लीपती हैं, अन्य काम करती हैं। ये सब बड़े घर की महिलाएं भी करें तभी सभी समानता आएगी। हम यह केवल भाषण में बोले ही नहीं बल्कि अपने घर में भी अमल करें, घर की महिलाओं को आगे बढ़ने दें।'

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