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पटवारी का हृदयाघात से हुआ निधन

काम का अत्यधिक दबाव, अधिकारियों के द्वारा दिये जा रहे मानसिक तनाव के चलते आज एक पटवारी का हृदयाघात से हुआ निधन

  • "आगामी पंचायत चुनाव को देखते हुए सरकार ने एक साथ शुरू कर दिये है ग्रामीणों क्षेत्रों में अनेकों कार्यक्रम "
  • "रिकॉर्ड शुद्धिकरण, आबादी सर्वे, लघुसिंचाई, पी.एम./सी.एम.किसान सम्मान निधि ओर हेल्पलाइन का काम समयसीमा में करने का दबाव है पटवारियों पर..."

लोकमतचक्र.कॉम।

भोपाल : पटवारियों पर फिर से भारी दबाव ओर मानसिक प्रताड़ना का दौर शुरू हो गया है। आज फिर एक पटवारी अत्यधिक काम के दबाव के चलते हृदयाघात से असमय कालकल्वित हो गए। होशंगाबाद जिले की पिपरिया तहसील में पदस्थ वरिष्ठ पटवारी संतोष शर्मा जो कि अपने हल्के पर आबादी का काम कर चूना लाइन डलवा रहे थे को अचानक आयें हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया। मौके पर उपस्थित सहयोगी पटवारी साथी उन्हें सीने में दर्द ओर बैचेनी की समस्या होने पर इलाज के लिए डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे पर नियति को शायद कुछ ओर ही मंजूर था, पटवारी साथियों का सहयोग भी श्री शर्मा को बचा नहीं पाया।


वर्तमान समय में प्रदेश भर में पटवारियों पर अत्यधिक काम का दबाव है। आसन्न ग्राम पंचायत चुनाव के चलते सरकार द्वारा आबादी सर्वे कर ग्रामीण क्षेत्रों में पट्टा वितरण के साथ ही रिकार्ड दुरूस्तीकरण पखवाड़ा चलाया जा रहा है। वहीं लघुसिंचाई संगणना, पी.एम.किसान सम्मान निधि, सी.एम.किसान सम्मान निधि का काम भी सतत चल रहा है। इन सबसे इतर सरकारी बेवसाइट, साफ्टवेयर, सर्वर डाऊन की समस्या काफी गंभीर है ओर इसके बावजूद समयसीमा में काम का दबाव पटवारियों की जान का दुश्मन बन गया है।

पटवारी सर्वर डाउन ओर साफ्टवेयर के चलते देर रात तक कम्प्यूटर, लैपटॉप पर घंटों बैठकर रिकॉर्ड शुद्धिकरण पखवाड़े का काम कर रहे है वहीं दिन-दिन भर हल्के पर आबादी सर्वे, लघुसिंचाई ओर अन्य काम कर रहे है। एक साथ अनेकों काम, ऊपर प्रोग्रेस दिखाने के लिए अधिकारियों का दबाव अंततः पटवारी के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि इन सभी समस्याओं को देखते हुए मध्य प्रदेश पटवारी संघ द्वारा जिला स्तर पर उक्त सभी समस्याओं को रखकर ज्ञापन दिया जा रहा है और शासन प्रशासन से कार्य की समय अवधि तय कर पर्याप्त समय सीमा में काम किए जाने की मांग की गई है।

1 टिप्पणी:

  1. Ravenue department के अधिकारी अपने खुद के कर्मचारियों को अवैध दबदबा बनाता है जिसमे पटवारी इसके ज्यादातर शिकार होते है ।

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