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जिले में यूरिया उर्वरक कृषकों की मांग अनुसार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध : कृषि विभाग

जिले में यूरिया उर्वरक कृषकों की मांग अनुसार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध : कृषि विभाग

कृषक दानेदार यूरिया के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया का कर सकते है उपयोग


लोकमतचक्र.कॉम।

हरदा : उपसंचालक कृषि श्री एम.पी.एस. चन्द्रावत ने बताया कि अद्यतन स्थिति तक जिले में अनुमानित 78800 हेक्टयर में चना एवं 96200 हेक्टयर में गेहॅू की बोनी का कार्य संपन्न हो चूका है, साथ ही सरसो, मसूर एवं अलसी की बोनी भी पूर्ण हो चूकी है। इस प्रकार जिले में 191800 हेक्टयर लक्ष्य के विरूद्ध 176750 हेक्टयर क्षेत्र में बोनी का कार्य संपन्न हो चूका है, जो कि लक्ष्य का 92 प्रतिशत है। जिले में मंत्री म.प्र. शासन, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, श्री कमल पटेल के प्रयासों से शुक्रवार को हरदा रैक पाईंट पर 2465 मे.टन की रैक लग गई है । हरदा जिले में लगभग 1800 मे.टन यूरिया उर्वरक डबल लॉक सेन्टर, एम.पी. एग्रो एवं निजी विक्रेताओ को आवंटित किया जा रहा है। इसके पश्चात् हरदा जिले में एक और यूरिया उर्वरक की रैक प्लान अनुसार अतिशीघ्र आने वाली है। इस प्रकार हरदा जिले में यूरिया उर्वरक कृषको की मांग अनुसार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहेगा। 

 उपसंचालक श्री चन्द्रावत ने जिले के कृषक भाईयो से अनुरोध किया है कि, हरदा जिले में दानेदार यूरिया के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया का छिड़काव कर सकते है। हरदा जिले में अभी तक 12 हजार एकड़ के लिए 12 हजार बॉटल नैनो यूरिया वितरण किया जा चूका है तथा वर्तमान में 26 हजार एकड़ के लिए 26 हजार बॉटल नैनो यूरिया उपलब्ध है। श्री चन्द्रावत ने बताया कि नैनो यूरिया नवीन तकनीक से तैयार किया गया एक ऐसा उत्पाद है, जिसको अपने देश में विकसित किया गया है। नैनो यूरिया के उपयोग से भू-मंडलीय वातारण एवं मृदा का वातावरण प्रभावित नही होता है। नैनो यूरिया उपयोग के लिए 2-4 मिलीलीटर नैनो यूरिया तरल को एक लीटर पानी में घोल बनाकर पत्तियों पर स्प्रे किया जाता है, जिससे पौधे की पत्तियां इस नैनो पार्टिकल को अवशोषित कर पौधे को नाइट्रोजन के पोषण की पूर्ति करती है। नैनो यूरिया के प्रति एम.एल. का 55 लाख वां भाग एक नैनो पार्टिकल होता है, जो नग्न आंखो से नही देखा जा सकता है। नैनो यूरिया के उपयोग से पर्यावरण बेहतर बना रहेगा एवं यूरिया उपयोग की क्षमता में भी वृद्धि होगी तथा मृदा स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

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