राजपथ पर हुआ भारत की समृद्ध विरासत का प्रदर्शन, जगुआर विमानों ने दिखाई देश की ताकत
राजपथ पर हुआ भारत की समृद्ध विरासत का प्रदर्शन, जगुआर विमानों ने दिखाई देश की ताकत
लोकमतचक्र.कॉम।
26 जनवरी 1950 को देश में भारतीय संविधान को लागू किया गया था। आज ही के दिन भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया था।
भारत के 73वें गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर भव्य परेड का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर विभिन्न राज्यों और विभागों की झांकी के माध्यम से भारत की समृद्ध विरास का भी प्रदर्शन किया गया। उत्तर प्रदेश की झांकी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में विकास का भी प्रदर्शन किया गया। प्रदेश सरकार ने राज्य ने ‘एक जिला एक उत्पाद’ के माध्यम से कौशल विकास और रोजगार की उपलब्धि को भी राजपथ पर देश के सामने प्रदर्शित किया। परेड के दौरान एक राफेल, दो जगुआर, दो मिग-29 यूपीजी, दो सुखोई-30 एमआई विमान सहित ‘बाज़’ फॉर्मेशन का कॉकपिट व्यू प्रदर्शित किया गया। सात एयरक्राफ्ट ने ‘एरोहेड’ फॉर्मेशन में 300 मीटर एओएल पर उड़ान भरी।
सुबह राजपथ पर पहुंचने पर राष्ट्रपति का पीएम मोदी ने स्वागत किया। इसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ परेड शुरू हुई। इस मौके पर भारतीय वायु सेना ने देश में अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए ‘भविष्य के लिए भारतीय वायु सेना के परिवर्तन’ विषय को प्रदर्शित करती झांकी निकाली। इसमें मिग-21, Gnat, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH), अश्लेषा रडार और राफेल विमान के स्केल-डाउन मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं।
इससे पहले राजपथ पर परेड की शुरुआत में हॉर्स कैवेलरी 61 की पहली टुकड़ी सबसे आगे रही। यह दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्स कैवेलरी रेजिमेंट है। इसके बाद परेड में सेंचुरियन टैंक, पीटी-76, एमबीटी अर्जुन एमके-आई और एपीसी पुखराज की टुकड़ी ने भी भाग लिया। परेड के दौरान सलामी मंच के सामने से स्वदेश में विकसित तोप प्रणाली 75/24 पैक होवित्जर एमके-I को भी निकाला गया।
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