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पटवारी संघ के हस्तक्षेप के बाद पटवारी के बीमार पुत्र को इलाज के लिए तत्काल मिली सरकारी सहायता

पटवारी संघ के हस्तक्षेप के बाद पटवारी के बीमार पुत्र को इलाज के लिए तत्काल मिली सरकारी सहायता

लोकमतचक्र.कॉम।

भोपाल : शासकीय विभाग में अपने मताहतों के प्रति संवेदना का अभाव अक्सर देखा जाता है, ऐसे में कर्मचारी संगठनों का हस्तक्षेप ही सरकारी कर्मचारियों के लिए संजीवनी बनता है। ताजा मामले में रायसेन जिले के एक पटवारी के बीमार पुत्र के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए कार्यालय से पत्राचार होने के बावजूद एक माह से अधिक होने के बाद भी सहायता राशि नहीं मिलने पर पटवारी संघ द्वारा जैसे ही मामले में हस्तक्षेप कर विभाग प्रमुख को अवगत कराया तीन दिवस में ही सारी औपचारिकता पूरी कर तत्काल पटवारी बंधु को सहायता प्राप्त हो गई।


मामला यह है कि तहसील गौहरगंज जिला रायसेन में पटवारी पद पर पदस्थ श्री भगवानदास चौहान द्वारा अपने पुत्र निशांत चौहान आयु 22 वर्ष के किडनी ट्रांसप्लांट हेतु उपचार के लिये नियमानुसार चिकित्सा अग्रिम की मांग की गई। जिस पर स्वीकृति कार्यालय सिविल सर्जन सह मुख्य जिला चिकित्सालय जिला रायसेन ने प्रदान की। उक्त फाईल आयुक्त भू-अभिलेख ग्वालियर के कार्यालय में अग्रिम स्वीकृति हेतु लगभग एक माह से लंबित थी। 

इसकी जानकारी मिलते ही मध्यप्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने आयुक्त भू अभिलेख एवं बंदोबस्त ग्वालियर को 28 फरवरी को पत्र लिखकर मामले के बारे में अवगत कराया और नियमों का हवाला देते हुए उक्त भुगतान अति शीघ्र किए जाने का पत्र लिखा। इसके साथ ही उक्त पत्र को मुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री, प्रमुख सचिव राजस्व सहित अन्य वरिष्ठों को भेजा जिसके चलते हरकत में आए विभाग द्वारा तत्काल दो दिवस में मामले का निराकरण करते हुए उक्त सहायता राशि स्वीकृत कर तहसीलदार के खाते में हस्तांतरित कर दी गई। 

पटवारी संघ के प्रांत अध्यक्ष श्री बाघेल ने अपने लिखे पत्र में बताया कि मध्यप्रदेश शासन लोक स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय भोपाल के पत्र क. एफ. 9-9/13/17/ मेडि-3 दिनांक 26/08/2013 के आदेशानुसार म.प्र. के कर्मचारियों को इलाज हेतु अग्रिम की स्वीकृति के अधिकार विभाग प्रमुख को है। उन्होंने मांग की कि पटवारी भगवानदास चौहान को अपने पुत्र निशांत चौहान के किडनी ट्रांसप्लांट के उपचार हेतु अग्रिम राशि का भुगतान शीघ्र अतिशीघ्र किया जाय जिससे उनके पुत्र का ईलाज समय पर हो सके। इसके साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि समय पर ईलाज नही होने पर कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो इसकी जवावदारी विभाग की होगी। इस पत्र के बाद ही विभाग द्वारा तत्काल सहायता स्वीकृति प्रदान कर राशि जारी कर दी गई।

इस संबंध में पीड़ित पटवारी भगवानदास चौहान ने कहना है कि - 

प्रांताध्यक्ष श्री उपेन्द्र सिंह बाघेर तथा साथीगण देवेन्द्र श्रीवास्तव, उमेश शर्मा, निशांत शर्मा ने अथक प्रयासों से मेरे बच्चे के इलाज हेतु ₹320000 शासन द्वारा स्वीकृत करवाए गए हैं, इसके लिए मैं आपका हृदय से आभारी हूं। यह है संगठन के प्रति  संवर्ग के प्रति जागरूकता संवेदना/ चिंता/ कर्मठता का परिणाम है जो आपको अन्य लोगों से अलग पहचान बनाती है । प्रांताध्यक्ष जी एवं सभी सहयोगियो का एक बार पुनः आभार ...

क्या कहा प्रांताध्यक्ष उपेन्द्र बाघेल ने

हमनें हमारे भतीजे के लिए कर्तव्य का पालन करनें का प्रयास किया हैं, जिसमें आप सभी के सहयोग से सफलता मिली है, आपनें इस तरह की समस्या से जूझते सभी जनको को एक रास्ता दिखाया है, अपना अधिकार बताया है, और दृढ़तापूर्वक प्राप्त किया है, इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद, आपने हमको इस योग्य माना, हम पर भरोसा किया, इसलिए भी आपके भरोसे की जीत के लिए भी बधाई और बेटे को जल्द से जल्द स्वस्थ्य होनें की शुभकामनाएं....

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