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SDM के तुगलकी फरमान के खिलाफ पटवारी संघ आंदोलन की राह पर, बस्ता बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा

SDM के तुगलकी फरमान के खिलाफ पटवारी संघ आंदोलन की राह पर, बस्ता बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

रीवा । जिले की मनगवां तहसील के 5 पटवारियों के एक एक वेतनवृद्धि एसडीएम (sdm) मनगवां द्वारा दिनांक 10/04/2023 के आदेश से रोकने के तुगलकी फरमान के खिलाफ मनगवां तहसील के सभी पटवारी हुए लामबंद ।कलेक्टर को ज्ञापन एवं पूर्व सूचना प्रशासन को देकर कल यानी सोमवार 17 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए की गई घोषणा। मनगवां तहसील के पटवारियों के खिलाफ sdm अरविंद झा द्वारा द्वेष पूर्वक एवम प्रताड़ित करने की नीयत से की गई कार्यवाही के खिलाफ जिले की सभी तहसील के पटवारीगण भी मनगवां तहसील के पटवारिओ के समर्थन में आ गए है।


बताया गया है कि sdm मनगवां द्वारा जानबूझ कर , पटवारियों की रविवार सार्वजनिक अवकाश के दिन 13/11/2022 को तहसील में प्रातः 11 बजे उपस्थित रहकर cm हेल्पलाइन की शिकायतों को बन्द कराने की ड्यूटी लगाई गई।  यह  आदेश तहसील के व्हाट्सएप ग्रुप पर 12:45 दोपहर में पोस्ट किया गया ।    अवकाश का दिन होने के कारण  एवम आदेश की तामीली ही विलंब से की गई । sdm साहब को कार्यवाही की इतनी जल्दी थी कि 13/11/2022 को शाम 6 बजे ड्यूटी में लगाए गए पांचो पटवारियों की दो दो वेतनवृद्धि रोकने की नोटिस जारी कर दी गई।  अगले दिन सोमवार 14/11/2022 को ड्यूटीरत सभी पटवारी प्रातः 11 बजे तहसील में उपस्थित होकर नोटिस का जबाब भी समुचित कारण दर्शाते हुए प्रस्तुत कर दिया गया एवं सौंपे गए कार्य को लगातार कई दिन संपादित किया गया । ये सब कार्यवाहियां होती रही लेकिन आज तक न तो पटवारिओ को लिखित में ड्यूटी आदेश दिया गया और न ही नोटिस दी गई । पटवारिओ द्वारा दिये गए नोटिस के जवाव से  वर्तमान sdm अरविंद झा इतने आग बबूले हो गए कि  पांचो पटवारिओ को लंबा नुकसान देने की धमकी दी गई।  नवंबर 2022 से लगातार पांचो पटवारिओ की गलती की खोजबीन की गई । कोई गलती कोई शिकायत न मिलने पर आखिर 5 महीने बाद पूर्व की नोटिस के जबाब से असहमत होते हुए पांचो पटवारियों की एक एक वेतन वृद्धि रोकने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया।

उक्त आदेश के खिलाफ पांचो पटवारिओ द्वारा कलेक्टर को भी 11/04/2023  को अभ्यावेदन दिया गया । लेकिन सुनवाई नही होने से तहसील के पटवारिओ का संघ इस अनुचित , अनैतिक कार्यवाही के खिलाफ ज्ञापन देकर तहसील के व्हाट्सएप ग्रुप से भी बाहर हो गए है तथा सोमबार 17 अप्रैल से जिले के अन्य तहसीलों के पटवारिओ के समर्थन के साथ अनिश्चिकालीन हड़ताल पर जा रहे । निश्चित रूप से इस मनमानी कार्यवाही से मैदानी राजस्व अमला जिसे प्रशासन की रीढ़ माना जाता है उनके मनोबल पर विपरीत असर पड़ता है। 

ज्ञात हो कि ये वही sdm अरविंद कुमार झा है जो काम को टालने में माहिर है । वकील हो या पक्षकार सभी से उलझना इनकी आदत में है। कार्यालयीन दिवस में ये प्रायः तहसील में नही मिलते है। इनके कार्य व्यवहार से पूर्व में भी इनके खिलाफ आवाज उठती रही है। प्रकरण फ़ाइलो का अंबार लगता जा रहा है। देखना ये है कि अब सोमबार से जब पटवारी हड़ताल पर चले जाएगें तब प्रशासन का कार्य कैसे सुचारू रूप से चलेगा ।इन जैसे अधिकारियों से कार्यालयीन स्टाफ, जनता , अधिवक्ता, जनप्रतिनिधि सभी परेशान है।

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