चटोरा अफसर : बिन बुलाए बड़े आयोजनों में शामिल हो खाना चट करने वाले अफसर की थाने में हुई शिकायत
चटोरा अफसर : बिन बुलाए बड़े आयोजनों में शामिल हो खाना चट करने वाले अफसर की थाने में हुई शिकायत
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
इंदौर । फिल्मों में दिखाये जाने वाली यह हरकत कि चोरी-छुपे शादी-विवाह के आयोजनों में घुसकर महंगा खाना चट करने के कई मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे लोग कई बार पकड़े भी जाते हैं, तो उन्हें अपमानित करके कार्यक्रम से बाहर कर देते हैं। लेकिन, कोई यह नहीं सोच सकता कि कोई बड़ा अफसर भी ऐसा कुछ कर सकता है। देवास के जीएसटी अफसर संजय विजयवर्गीय ऐसे ही मामलों में पकड़े गए। बताते हैं कि कई जगह से उन्हें निकाला भी गया, फिर भी उनकी हरकतें बंद नहीं हुई। अब उनके खिलाफ बकायदा रिपोर्ट दर्ज की गई है।
उनके बारे में बताया जाता है कि ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में होने वाले कई आयोजनों बिन बुलाए मेहमान बनने वाले जीएसटी अफसर संजय विजयवर्गीय के खिलाफ गुरुवार देर रात लसूड़िया थाने पर आवेदन गया। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के स्टाफ को संजय विजयवर्गीय कई आयोजनों में घूमते दिखाई दिए। जब एक गेस्ट ने इस मामले की शिकायत की तो मामला यहां तक पहुंचा।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, एनआरआई सम्मेलन सहित कई बड़े सरकारी आयोजन हुए हैं और होते रहते हैं। जीएसटी के सहायक वाणिज्यिक कर अधिकारी (देवास) विजयवर्गीय करीब डेढ़ साल से यहां बिना बुलाए आकर अपना रुतबा जमाते रहते थे। सामान्यतः ऐसे मामलों में कोई पूछने का साहस नहीं करता । कभी किसी ने पूछा तो उन्होंने उसे अपनी पोस्ट का रुतबा बताकर हड़काया भी।
कई बड़ी होटलों में भी शामिल हुए ये जीएसटी अधिकारी स्कीम 54 में रहते। पता चला है कि वे बायपास स्थित बड़ी होटलों में भी बिना बुलाए कॉन्फ्रेंस, इवेंट्स व लंच-डिनर में शामिल होते रहे हैं। इन होटलों का स्टाफ भी समझता रहा कि वे कॉन्फ्रेंस से जुड़े कोई अधिकारी होंगे। चौंकाने वाली बात यह कि ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, एनआरआई सम्मेलन, स्टार्टअप आईटी आयोजन आदि हुए हैं। इनमें पीएम, सीएम सहित देश-विदेश के डेलीगेट्स शामिल हुए। हालांकि, वे इन आयोजन में नहीं पहुंचे। लेकिन, इस तरह दूसरे आयोजनों में उसका बिन बुलाए शामिल होना भी आश्चर्यजनक है।
विभाग के गिफ्ट तक बेच दिए
दफ्तर के लोगों ने बताया कि एक बार डिपार्टमेंट ने एक आयोजन रखा था, जिसमें काफी गिफ्ट मंगवाए गए थे। आयोजन के बाद कुछ गिफ्ट बच गए तो विजयवर्गीय ने उन्हें अपनी कार में रखा और दुकान पर ले जाकर वे गिफ्ट वापस कर रिफंड ले लिया। इसकी जानकारी विभाग को बाद में लगी तो उन्हें तब चेतावनी दी गई।
थाने में पूछताछ की गई
गुरुवार रात ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर प्रबंधन इस मामले की शिकायत लसूडिया पुलिस को की। टीआई संतोष दूधी ने बताया 9 जुलाई को संजय विजयवर्गीय से पूछताछ की गई थी। उनके जीएसटी अधिकारी के होने की बात सच निकली। ये नकली अधिकारी जैसा कोई मामला नहीं है, इसलिए सामान्य पूछताछ के बाद उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया गया। इस मामले की शिकायत जीएसटी कमिश्नर लोकेश जाटव तक भी पहुंची है और उन्होंने सारी जानकारी मांगी है। @स्त्रोत - नेट
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