तीन IAS पर लोकायुक्त में हुआ मामला दर्ज : आदिवासियों की जमीन बेचने अनुमति देने में गड़बड़ी, तीन आइएएस फंसे
तीन IAS पर लोकायुक्त में हुआ मामला दर्ज : आदिवासियों की जमीन बेचने अनुमति देने में गड़बड़ी, तीन आइएएस फंसे
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
भोपाल। प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी युवक के साथ घटित अमानवीय कृत्य पेशाब कांड की बदनामी ओर आगामी विधानसभा चुनाव में आदिवासी वोटों की ललक के चलते अब सरकार आदिवासियों से संबंधित मामलों में सख्त रूख अख्तियार कर रही है। आठ साल पुराने मामले में जबलपुर जिले के आदिवासियों की जमीन बेचने की अनुमति देने में तीन आइएएस अनियमितता में फंस गए हैं। तीन महीने पहले लोकायुक्त में दर्ज एफआइआर की जांच शुरू हो गई है। पद के दुरुपयोग में घिरे इन अफसरों में दीपक सिंह ग्वालियर के संभागीय कमिश्नर हैं, ओपी श्रीवास्तव आबकारी आयुक्त व बसंत कुर्रे अभी वल्लभ भवन में पदस्थ हैं। मामला लोकायुक्त की जबलपुर टीम को मिला है, जिसके दस्तावेज जुटाए जा रहे है ।
जानकारी के अनुसार जबलपुर जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक कुंडम में करीब डेढ़ दर्जन आदिवासियों की जमीन बेचने की अनुमति अलग-अलग समय पर पदस्थ रहे आइएएस अफसर दीपक सिंह, ओपी श्रीवास्तव और बसंत कुर्रे ने दी थी। तब वे यहां पर अपर कलेक्ट थे, जिसकी शिकायत 2015 में लोकायुक्त कार्यालय भोपाल पहुंची थी।
भू राजस्व संहिता की धाराओं का उल्लंघन
आदिवासियों की जमीन फर्जीवाड़े में घिरे इन अफसरों के बयान जल्द दर्ज होंगे। साथ ही कलेक्ट्रेट व तहसीलों से जमीन से जुड़े रिकॉर्ड जुटाए जा रहे हैं। बताया गया है कि इन अफसरों ने भू राजस्व संहिता की धाराओं का उल्लंघन कर जमीन बेचने की अनुमति दी थी। ऐसा खरीदारों के प्रभाव में आकर किए गए। लिहाजा औने- पोने दाम पर आदिवासियों की जमीन सामान्य वर्ग के आवेदकों ने खरीद ली थी।
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