MP विस मानसून सत्र : विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, देढ़ दिन ही चली विधानसभा
MP विस मानसून सत्र : विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, देढ़ दिन ही चली विधानसभा
विपक्ष ने आदिवासियों के मुद्दे पर जमकर किया हंगामा, प्रश्नकाल में उठा अवैध खनन और किसानों का मुद्दा
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है। आज विपक्ष ने आदिवासियों के मामले में सदन में जोरदार हंगामा हुआ। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। मध्य प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन 26 हजार 816 करोड़ 63 लाख से अधिक का अनुपूरक बजट पेश किया गया। सदन में हंगामे के बीच सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद संशोधन विधेयक 2023 पास किया गया। विधानसभा में आदिवासियों के मुद्दे पर विपक्ष ने जमकर हंगामा। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बुधवार को सबसे पहले सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई। प्रश्नकाल खत्म होते ही विपक्ष ने आदिवासियों के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। कांग्रेस आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार को लेकर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। हंगामे के चलते 10 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव पर सियासत, आदिवासी गेटअप में पहुंचे विधायक बोले- कोई बीजेपी नेता सिर पर पेशाब न कर दें, इसलिए टोपी पहन कर आए
इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही फिर से शुरू की गई। विपक्ष ने फिर से आदिवासियों के मुद्दे पर हंगामा शुरू किया। विपक्ष के विधायकों ने आदिवासियों पर अत्याचार बंद करो के नारे लगाए। इस हंगामे के बीच सरकार ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य उत्पादन, प्रदाय और वितरण का विनियमन संशोधन विधेयक सदन में पास कर दिया।
मप्र विधानसभा का मानसून सत्र: दूसरे दिन भी सदन में हंगामा, प्रश्नकाल में उठा अवैध खनन और किसानों का मुद्दा, मंत्रियों ने दिया जबाव । सदन में महाकाल लोक पर चर्चा की मांग को लेकर हर हर महादेव के नारे लगाए गए। हंगामे के बीच सदन में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 26 हजार 816 करोड़ 63 लाख 87 हजार रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। इसके बाद मध्यप्रदेश विधानसभा मानसून सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
कूनो में चीतों की मौत पर सियासत: कमलनाथ और गोविंद सिंह ने उठाए सवाल, कहा- सरकार ने चीतों के लिए नहीं की कोई व्यवस्था । उल्लेखनीय है कि एमपी विधानसभा मानसून सत्र की शुरुआत 11 जुलाई मंगलवार को हुई। पांच दिवसीय मानसून सत्र को दो दिन में ही खत्म कर दिया गया। यह 15वीं विधानसभा का अंतिम सत्र था।
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