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शहर में रहकर नारकीय जीवन जी रहे वार्ड ३२के नागरिक, चेहरे देख देख के भरे जा रहे है गड्डे

शहर में रहकर नारकीय जीवन जी रहे वार्ड ३२के नागरिक, चेहरे देख देख के भरे जा रहे है गड्डे

पेयजल सप्लाई लाइन डालने के दो साल बाद भी नगर पालिका नहीं बनवा रही सड़क, वार्डवासी बरसात में हो रहे परेशान


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

हरदा : जिला मुख्यालय स्थित सांई मंदिर के समीप वार्ड नम्बर 32 के अंतर्गत आने वाली सड़क जो कि वृंदावन कॉलोनी को मुख्य मार्ग से जोड़ती है मैं गत दो वर्ष पूर्व गर्मी के मौसम में नगर पालिका द्वारा नर्मदा जल सप्लाई लाइन डलवाई थी, जिसमें कॉलोनी की पक्की सड़क को खोदकर पेयजल लाइन को डाला गया था । आज दो वर्ष होने के बाद भी उक्त सड़क को नहीं बनाया गया है। गत वर्ष बरसात के दिनों में उक्त सड़क जो कि कुल्हड़ चाय वाले के बगल में स्थित है पर नागरिकों को अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अब फिर बरसात में वार्ड के नागरिक परेशान हो रहे हैं। वार्ड के आम नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि उक्त सड़क जो कि कुल्हड़ चाय वाले के बगल में स्थित है का निर्माण नगर पालिका शीघ्र करवायें एवं नाली का निर्माण करें। नगर पालिका द्वारा वर्तमान में उक्त गली के जो गड्ढे नपा द्वारा भरे जा रहे है वो भी चेहरे देख देखकर भरे जा रहे है, जिससे वार्ड के अन्य नागरिकों में रोष है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त सड़क का नगर पालिका ने पूर्व में ही निविदा जारी कर टेंडर कर दिया है किंतु आज तक सड़क का निर्माण क्यों नहीं हो पा रहा है यह समझ से परे है। वहीं गौर करने वाली बात यह है कि गत वर्ष नगरी प्रशासन मंत्री द्वारा विधिवत निर्देश जारी कर ऐसे मार्गों का निर्माण बरसात के पूर्व किए जाने का आदेश किया था जिन्हें नगर पालिका ने पेयजल लाइन या अन्य कारणों से खोद दिया था। हालांकि सामान्य प्रशासन मंत्री का यह आदेश हवा हवाई हो गया और स्थानीय अधिकारियों ने आज तक नगर में स्थित ऐसी सड़कों का निर्माण नहीं किया है। सड़क के जीर्णशीर्ण होने के कारण उक्त मार्ग से निकलने वाले लोगों में भी विवाद की स्थिति कई बार बनती है।

उल्लेखनीय है कि उक्त सड़क निर्माण नहीं होने की वजह से मोहल्ले की ड्रेनेज लाइन भी टूटी फूटी है। जिसके चलते खाली प्लाटों पर घरों के निकासी जल का भराव हो रहा है। वहीं पर गंदगी पसरी है जिसमें सूअर और आवारा जानवर दिन भर बैठ कर गंदगी को फैला रहे हैं। खाली प्लाट में नालियों का पानी भरा होने से मच्छर की भरमार है और बदबू से आसपास के नागरिक त्रस्त हैं।

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