Breaking News

महाकाल मंदिर क्षेत्र की होटलों पर गलत नाम तो होगी एफआईआर

महाकाल मंदिर क्षेत्र की होटलों पर गलत नाम तो होगी एफआईआर

होटलों के बोर्ड पर संचालक या प्रोपराइटर का नाम होगा जरूरी

लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

उज्जैन । महाकाल मंदिर क्षेत्र की होटलों के बोर्ड पर संचालक या प्रोपराइटर का नाम जरूरी होगा। बोर्ड पर नाम गलत लिखा मिलने पर एफआईआर जैसी कार्रवाई हो सकती है। कार्तिक मेला इस बार पूर्ण स्वरूप में लगेगा। दुकानें और झूले के टेंडर ऑनलाइन होंगे।


बुधवार को यह प्रस्ताव महापौर मुकेश टटवाल की अध्यक्षता में हुई राजस्व समिति की बैठक में रखा गया। महापौर टटवाल द्वारा निगम के कामों को बेहतर तरीके से रफ्तार देने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसी सिलसिले में बुधवार को महापौर विश्रामगृह कार्यालय पर राजस्व समिति की बैठक में राजस्व बढ़ाने के मुद्दों पर मंथन किया गया। समिति अध्यक्ष रजत मेहता ने प्रस्ताव रखा कि महाकाल मंदिर क्षेत्र की सभी होटलों और गेस्ट हाउस पर प्रोपराइटर, संचालकों या मालिक के नाम के साथ मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य किया जाए। निगम अपने खातों से इसकी जांच भी करे ताकि गलत नाम लिखने या उल्लंघन होने पर एफआईआर दर्ज कराई जा सके। बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने की संभावना है। निगम द्वारा इसको लेकर पहले भी आदेश जारी किया जा चुका है, लेकिन उसका पालन नहीं हो सका। नगर सरकार अब इसको लेकर गंभीर हो गई है।

गौरतलब है कि उज्जैन महाकाल क्षेत्र में अनेको होटल संचालकों ने अपनी होटल के ऐसे नाम रखे हैं जिससे बाहर से आने वाले लोग हिंदू होटल होने के नाम पर भ्रमित होते हैं। इस संबंध मेंसोशल मीडिया पर विगत काफी दिनों से होटलों के नाम और उनके संचालकों के नाम को लेकर मैसेज वायरल हो रहे थे।

कोई टिप्पणी नहीं