जानिए शादी करने योग्य लडकी को किस दिशा में सुलाने से शीघ्र शादी की सम्भावना बनती है...
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
हिन्दू धर्म के अनुसार मुख्यत: चार दिशाएँ होती हैं- पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण। इनके अतिरिक्त इन दिशाओं से 45 डिग्री कोण पर स्थित चार दिशाएँ तथा ऊर्ध्व (ऊपर) और अधो (नीचे) मिलाकर कुल दस दिशाएं हैं। हर दिशा का अपना महत्व है, हमारे जीवन में सरलता से कार्य को करने के लिए दिशाओं का काफी महत्व है। हर कार्य के लिए एक दिशा वास्तु शास्त्र के अनुसार निश्चित की गई है ओर जो लोग इसका पालन करते है उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य को शीघ्रता से पूर्ण होते देखा गया है। इसी प्रकार शादी करने योग्य लडकी को वायव्य कोण में सुलाने से शीघ्र शादी की सम्भावना बनती है।
एक पुर्व परिचित यजमान जो घर परिवार और धन से सम्पन्न होने के बाद भी बिटिया की शादी के लिए कई वर्षों का प्रयास निष्फल हो रहा था ! चलते चलते मैंने उनसे कहा कि आपकी बिटिया का *शयनकक्ष* कही नैऋत्य कोण में तो नही है ??
उनको यह सुन कर बड़ा 🤔आश्चर्य हुवा कि बगैर घर को देखे आपको कैसे पता चला कि बिटिया का शयनकक्ष नैऋत्य कोण में है ??? उनने जो नक्शा बनाया उसके अनुसार बिटिया नैऋत्य कोण में *शयन* कर रही थी !!
नैऋत्य का शयन कक्ष *स्थिर कोण* होता है !! अगर लड़की इस कोण में शयन करता है उसकी शादी होने में तरह तरह की *बाधाएं* खड़ी होती है !!दूसरे दिन उनके शहर जाकर उनके घर का सम्पूर्ण *वास्तु निरीक्षण* किया ! विवाह के कोने को विकसित करने के लिए *कुछ यन्त्र* स्थापित किये ! विवाह के कोण को विकसित करने के लिए नैऋत्य कोण में एक लाल बल्ब लगवाया ! बिटिया को *नैऋत्य कोण* के शयन कक्ष की बजाय वायव्य कोण में सोने के लिए बड़ी मुश्किल से मनाया !!
कुछ महीनों के प्रयास से *वास्तु के प्रयास* से कृपा शुरू हुई और कुछ दिनों बाद उसकी शादी सुंदर सुसंस्कृत योग्य लड़के के साथ तय हो गई !
👉 वास्तु के समायोजन और *यंत्रों के प्रभाव* से उनके व्यापार में वृध्दि शुरू हो गया !! रुके हुए काम मे तेजी आनी शुरू हो गया !! कोर्ट कचहरी के चक्कर कम होने लगे !!
👉 वायव्य कोण का तत्व वायु है जो चंचल है इसलिए वायव्य को *अस्थिर कोण* माना जाता है !!
👉 इसीलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार *अतिथि* के लिए वायव्य कोण के शयन कक्ष को उपयुक्त माना गया है !!
👉 *वायव्य कोण* पर सोने वाले लोग घर से शीघ्र वापस अपने घर को चले जाते हैं !!
इसी लिए शादी करने योग्य लडकी को वायव्य कोण में सुलाते हैं जिससे की जल्दी से जल्दी लडकी शादी होकर अपने *ससुराल* चली जाये !!
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