Breaking News

मध्यप्रदेश में पुलिस की तानाशाही, जैन समाज की शोभा यात्रा को रोका

मध्यप्रदेश में पुलिस की तानाशाही, जैन समाज की शोभा यात्रा को रोका

भगवान की पालकी सहित समाजजनों को थाने ले जाने धमकाया, जैन समाज में रोष


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

भोपाल/छतरपुर । मध्यप्रदेश में चुनाव आचार संहिता की आड़ में पुलिस वाले आम जनता पर अत्याचार किस कदर कर रहे है इसका उदाहरण जिला छतरपुर के बाजना में देखने को मिला जब भगवान महावीर स्वामी की जयंती पर निकली शोभायात्रा को रोककर पुलिस कर्मियों ने भगवान सहित समाजजनों को पुलिस थाने ले जाने के लिए धमकाया ओर अभद्रता करते हुए शोभायात्रा रोक दी। जैन समाज का आरोप है कि प्रशासन से मंजूरी लेने के बाद ही शोभायात्रा शुरू की गई थी और पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था भी मांगी थी, जिसके एवज में बाजना पुलिस ने न सिर्फ लोगों के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया, बल्कि धमकाकर शोभायात्रा रूकवा दी। घटनाक्रम से क्षुब्ध होकर जैन समाज छतरपुर ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ।

मामला यह है कि 21 अप्रैल 2024 को प्रति वर्ष के भांति इस वर्ष भी भगवान महावीर जन्म कल्याण के अवसर पर जैन समाज द्वारा विमान में श्रीजी विराजमान कर शोभा यात्रा निकाली जा रही थी । जिसके सांउड के लिए पुलिस थाना निरीक्षक बाजना को सुचित किया गया था। शोभा यात्रा जैन मंदिर से शुरू होकर शासकीय स्कूल तक पहुंची तब थाना में पदस्थ आरक्षक गनेश अहिरवार ने मोबाइल फोन पर समाज के राजकुमार जैन को डीजे बंद करने को धमकाना शुरू किया इसके तुरंत बाद थाना से दो आरक्षक शोभा यात्रा में पहुंचे जिन्होंने सुरक्षा व्यवस्था करना तो दूर उन्होंने यह कह कर धमकाना शुरू कर दिया कि टी आई राजेश सिकरवार ने डीजे बंद करने का कहा है, नहीं तो  श्रीजी की शोभा यात्रा बिमान सहित थाने चलने के लिए कहा और वीडियो बनाना शुरू कर दिया । समाज के लोग भयभीत हो गये और शोभा यात्रा बंद कर दी जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। उल्लेखनीय है कि लगातार डीजे शादी विवाह अन्य कार्यक्रमों में डीजे बज रहे हैं उन पर कोई प्रतिबंध नहीं हैं।

जैन समाज छतरपुर ने पुलिस अधीक्षक को आज ज्ञापन सौंपकर मांग कि है कि टी.आई सहित आरक्षक गनेश अहिरवार एवं सुरक्षा व्यवस्था की जगह शोभा यात्रा रूकवाने वाले दोनों आरक्षकों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये। घटनाक्रम की जानकारी लगने पर जैन समाज में रोष व्याप्त है ।

गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित जैन अनुयाई अंतिम शासन नायक 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव पूरे श्रद्धा और भक्तिभाव से मना रहे थे और भगवान महावीर स्वामी का सौ रुपए का सिक्का तथा स्मारक टिकट का प्रधानमंत्री अपने हाथों से अनावरण कर रहे थे। जब बकस्वाहा तहसील व जनपद क्षेत्र की बाजना पुलिस जैन समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस आघात पहुंचाकर अपनी तानाशाही पर उतारू होकर जैन समाज द्वारा निकाली जा रही भगवान महावीर स्वामी की शोभा यात्रा को रोकने में लगी हुई थी।

ये भी उठ रहे सवाल

भले ही सुप्रीम कोर्ट और मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री द्वारा डीजे पर सख्त रूप अपनाया गया हो लेकिन निर्धारित डेसीबल से अधिक आवाज में बजाए जा रहे ब्याह शादियों और अन्य कार्यक्रम में डीजे पर प्रशासन द्वारा किसी भी किस्म का शिकंजा नहीं कसा गया है। यहां तो प्रशासन से विधिवत अनुमति लेने तथा नियमों का पालन करने के साथ-साथ एक निश्चित डेसीबल में डीजे का उपयोग किया जा रहा था। इसके बावजूद भी बाजना पुलिस ने आखिर हिटलरशाही रवैया क्यों अपनाया इस बात को लेकर न सिर्फ तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है बल्कि बुद्धिजीवी गहरे अचरज में भी हैं।

कोई टिप्पणी नहीं