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भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव गोविंदाचार्य ने नेमावर पहुंचकर किए आचार्यश्री विद्यासागर के दर्शन

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव गोविंदाचार्य ने नेमावर पहुंचकर किए आचार्यश्री विद्यासागर के दर्शन


हरदा
- भाजपा के पूर्व महासचिव वरिष्ठ लेखक, विचारक केएन गोविंदाचार्य सोमवार को सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर में विराजित जैनाचार्य श्री विद्यासागरजी के दर्शनार्थ पधारे। चर्चा के उपरांत उन्होंने राष्ट्रहित में अपने विचार रखे। 

जैन समाज हरदा के ट्रस्टी राजीव जैन (पटवारी) एवं खातेगांव समाज के प्रवक्ता नरेन्द्र चौधरी, पुनीत जैन ने संयुक्त रूप से बताया कि आचार्यश्री विद्यासागरजी ने कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार के विषय पर अपने विचार प्रकट किए और कहा कि युवा पीढ़ी को नोकरी के बजाए उत्पादन की ओर अपना रुख करना चाहिए। हथकरघा और कृषि क्षेत्र में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। भारतीय बीजों के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले अनाजों के उत्पादन की ओर ध्यान देना चाहिए। विदेशी बीजों से तो चारों ओर रोग ही फैलेंगे। एक दोहे के माध्यम से आचार्यश्री ने गेहूं की तुलना में बाजरे को अधिक गुणवान बताते हुए कहा कि बाजरा गुरु है। भारत को समृद्ध और संपन्न बनाने के लिए पुरातन पद्धति की ओर लौटना होगा। आचार्यश्री ने कहा परिवर्तन तो प्रारंभ हो चुका है, लेकिन इसे पूरी तरह से बदलने में समय लगेगा। सन्यासी और न्यासी का आहार संतुलित होना चाहिए। विदेशी शिक्षा और विदेशी भाषा ने भारतीय संस्कृति और मूल्यों का हनन ही किया है। आचार्यश्री ने कहा कम से कम उच्च न्यायालय तक के आदेश तो स्थानीय भाषाओं में ही होने ही चाहिए, ताकि सम्बंधित व्यक्ति निर्णय को आसानी से समझ सके।

राजीव जैन पटवारी ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से अध्यक्ष संजय मैक्स, कार्याध्यक्ष सुरेशचंद काला, नरेंद्र चौधरी, पुनीत जैन, ब्रह्मचारी संजय भैया, हरदा नप अध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने आचार्यश्री द्वारा रचित मूकमाटी महाकाव्य, जैन साहित्य एवं स्मृति चिन्ह देकर गोविंदाचार्य, प्रांजल दुबे, अखिल भारतीय मां नर्मदा भक्त मंडल के उपेंद्र होलकर, देवस्वरूपनंदजी एवं अन्य साथी-सहयोगियों का सम्मान किया। साथ ही आचार्यश्री के आशीर्वाद और मार्गदर्शन में चल रहे प्रतिभास्थली, हथकरघा, पूर्णायु चिकित्सालय आदि विभिन्न प्रकल्पों की विस्तृत जानकारी दी।

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