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रिकॉर्ड में हुई 4 मौत, मीडिया बयान को तोड़मरोड़ कर बता रहा 22 मौत

रिकॉर्ड में हुई 4 मौत, मीडिया बयान को तोड़मरोड़ कर बता रहा 22 मौत

जो घटना हुई नहीं, उसके झूठे आरोप में डॉक्टर का स्टींग आपरेशन कर, बयान को तोड़मरोड़ कर रहे बदनाम, मामले में षड़यंत्र की बू

पूरे देश में आक्सीजन की कमी ओर बदनाम कर रहे डॉक्टर को 

लोकमतचक्र.कॉम।

आगरा : शहर में अपनी प्रेक्टिस, मरीजों के विश्वास ओर भरोसे से अच्छा इलाज कर प्रसिद्धि पा चुके एक डॉक्टर को तरक्की करते देख कर कुछ लोगों को शायद हजम नहीं हो रहा है। फिर से शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टर अरिंजय जैन को बदनाम करने की साजिश शुरू हो गई है, जिसमें रिकार्ड को झूठलाकर कोविड की वजह से हुई 4 स्वभाविक मौतों को 22 मौत के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। इसमें माध्यम बना फिर मिडिया का एक वर्ग जो अपनी टीआरपी बड़ाने के लिए खबरों को मिर्च मसाला लगाकर प्रचारित कर रहा है।

शहर ही नहीं बल्कि शहर से सैकड़ों किलोमीटर दूर दूर तक के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के लिए अपने अच्छे इलाज ओर सेवाभाव से उनके दिलों में जगह बना चुके शहर के प्रसिद्ध हृदयरोग विशेषज्ञ डॉक्टर अरिंजय जैन की कम समय में तरक्की से बौखलाए चंद लोग उन्हें बदनाम करने के लिए इतना नीचे गिर चुके है कि रिकॉर्ड के मुताबिक हुई 4 मौतों को झूठलाकर 22 मौत होना बता रहे है। इसके लिए बाकायदा एक स्टिंग ऑपरेशन करके चोरी से विडीयों बनाया, उक्त तथाकथित विडीयों में भी डॉक्टर को उलझाने की स्थिति नहीं बनी तो उनके बयान को तोडमरोड़ कर प्रस्तुत कर दिया।

मामला कुछ यूं है कि कोविड के इस भयंकर संक्रमण के दौर में जब पूरे देश में आक्सीजन की मारामारी मची हुई थी, जनता से लेकर हास्पिटल संचालक तक परेशान हो रहे थे । प्रायवेट आक्सीजन सप्लायरों ने हाथ खड़े कर दिये ओर सरकार भी हैरान परेशान थी, सरकार भी आक्सीजन उपलब्ध करवाने में अपने को असमर्थ महसूस कर रही थी, तब डॉक्टर ने हास्पिटल में भर्ती 96 के लगभग मरीजों में से अत्यंत गंभीर मरीज जो आक्सीजन के बिना नहीं रह सकते थे को चिंहित करने, छांटने के लिए मार्कड्रील का सहारा लिया ओर ऐसे 22 मरिजों को छांटा जिन्हें आक्सीजन की सख्त आवश्यकता थी ओर शेष मरीजों के तीमारदारों को आक्सीजन की व्यवस्था करने का कहा। हास्पिटल के रिकॉर्ड के मुताबिक भी 4 मौत होना सिद्ध हो रहा है फिर भी 22 छंट गये शब्द को उलझा कर 22 मौत होना बताया जा रहा है। यह सब एक सोचीसमझीं साजिश का हिस्सा लगता है, क्योंकि जो हुआ ही नहीं उसके घटित होने का बवंडर मचाया जा रहा है। 26 अप्रैल के घटनाक्रम से जुड़े इस वीडियो में हॉस्पिटल संचालक डॉ. अरिंजय जैन ऑक्सीजन सपोर्ट वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की मॉक ड्रिल और उसके आधार पर 22 मरीजों की छंटनी की बात कर रहे हैं।

➡️ क्या है कथित विडीयों में

डाक्टर अरिंजय जैन किसी से बात करते हुए कह रहे है कि आक्सीजन की मारामारी मची है, सप्लायर ओर सरकार भी हाथ खड़े कर चुकी है ऐसे में मार्कड्रील की जिससे 22 मरीज छंट गये...(छंट गये से डॉक्टर श्री जैन का आश्य गंभीर मरीज छंट गयें जिन्हें आक्सीजन आवश्यक है ना कि मर गए) किंतु इस विडीयों को तोडमरोड़ कर प्रस्तुत कर दिया गया। ओर जो घटना हास्पिटल में घटी ही नहीं उसको लेकर डॉक्टर को बदनाम किया जा रहा है।

रात एक बजे नोटिस पढ़कर सुनाया
वायरल वीडियो में डॉ. अरिंजय जैन अपने सामने बैठे और खड़े कुछ लोगों से 26 अप्रैल को लेकर बातचीत कर रहे हैं। इसमें वह कह रहे हैं- आगरा के सबसे ब़ड़े ऑक्सीजन सप्लायर का फोन आया। बोला- कत्ल की रात है। सुबह तक का माल है। सप्लायर बोला, मुख्यमंत्री भी नहीं मंगा सकते ऑक्सीजन। मोदी नगर- गाजियाबाद ड्राई हो गया। दिल्ली से गाड़ी नहीं आ रही। इसलिए मरीजों को डिस्चार्ज करो। ऑक्सीजन डीएम नहीं देंगे? कहां से देंगे। हाथ-पैर फूल गए। कोविड-नान कोविड 96 मरीज भर्ती थे। रात को एक बजे मरीजों को संबोधित एक नोटिस (आवश्यक सूचना) बनाया और सभी वार्डों में पढ़कर सुनाया। वायरल न हो जाए इसलिए कहीं नहीं चिपकाया। रात ढाई बजे अस्पताल में हड़कंप मच गया। पब्लिक एकत्र हो गई। लॉबी में आकर सबसे बात की। सबको समझाया। कोई भी जाने को तैयार नहीं। बोले-बाहर न बेड हैं न ऑक्सीजन। मरीज कहां लेकर जाएंगे। 

➡️ क्या कहते है डीएम

आगरा के डीएम पीएन सिंह ने कहा 27-28 अप्रैल को ऑक्सीजन की कमी हुई थी। हमने व्यवस्था करवाई थी। पारस में भी सप्लाई की गई थी। जिस दिन का वीडियो है उस दिन पारस में सिर्फ 3 मौतें हुई है, आईसीयू में बेड खाली थे फिर भी जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।

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