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पटवारियों ने किया सारा एप का बहिष्कार, मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर...

प्रशासनिक अधिकारियों के तुगलकी आदेश, अधकचरे साफ्टवेयर के साथ बिना संशाधन दिये  बनायें जा रहे दबाव से त्रस्त होकर पटवारियों ने किया सारा एप का बहिष्कार

मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर....।

क्या है पटवारियों की समस्या...?, क्यों किया पटवारियों ने सारा एप का बहिष्कार...? जानने के लिए पढ़े...

लोकमतचक्र.कॉम।

भोपाल : प्रशासनिक अधिकारियों के तुगलकी आदेश, अधकचरे साफ्टवेयर के साथ बिना संशाधन दिये पटवारियों पर बनायें जा रहे दबाव से त्रस्त होकर मध्यप्रदेश के पटवारियों ने आज पूरे प्रदेश में सारा एप का बहिष्कार कर दिया है। इसके साथ ही अपने एप से लॉग आउट हो कर अपने मोबाइल से उक्त सरकारी एप को अनस्टाल कर दिया है। उक्त संबंध में मध्यप्रदेश पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष उपेन्द्र सिंह बाघेल एवं महामंत्री उमेश शर्मा ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पटवारियों को प्रशासनिक अधिकारी अपने मूल विभागीय कार्य करने का समय तक नहीं दे रहे है ओर नित नए कार्यक्रम समयावधि के लेकर आ रहे है जिससे पटवारी दुर्घटना, बीमारियों से ग्रसित होकर असमय कालकल्वित हो रहे है।


पटवारी संघ के द्वारा इस संबंध में दिये गए ज्ञापन में अपनी समस्याओं को विस्तृत रूप से लिखते हुए कहा गया कि आगामी रबी मौसम की फसल गिरदावरी हेतु मौके पर फसलों की प्रविष्टि करते हुए प्रत्येक खसरा नंबरों का जियो टेग अनिवार्यता से करने संबंधित आदेश प्रसारित किया गया है। जिसके संबंध में म.प्र. पटवारी संघ भोपाल के संदर्भित पत्र एवं प्रदेश के समस्त जिलों के जिलाध्यक्षों द्वारा भी अपनी वाजिब, व्यवहारिक एवं नीतिगत समस्याओं से अवगत कराते हुए आपसे निवेदन किया गया था कि फसल गिरदावरी से जियो टैग की अनिवार्यता समाप्त की जाये। किंतु इसके संबंध में आपके द्वारा कोई समाधान कारक हल नहीं किया गया है। इससे यह प्रतीत होता है कि, पटवारियों को समस्याओं को जानबूझकर नजर अंदाज किया जा रहा है।

इससे पूर्व के वर्ष में भी शासन द्वारा एक आदेश प्रसारित कर प्रत्येक ग्राम में कुछ खसरा नंबरों पर अनिवार्यता से जियो टैग करने संबंधित आदेश प्रसारित किया गया था। किंतु व्यवहारिक, तकनीकी तथा संसाधनों के अभाव में कार्यों का सही संपादन ना होने से शासन द्वारा स्वीकार्य करते हुए इसकी अनिवार्यता समाप्त कर दी गयी थी, जबकि वर्तमान आदेश से ग्राम के समस्त खसरा नंबरों पर जियो टैग से फसल गिरदावरी करने संबंधित अव्यवहारिक आदेश प्रसारित हुआ है। 

पटवारी संघ के मुताबिक जियो टेग गिरदावरी करने में यह है मुख्य परेशानी -

1. संसाधनों की अनुपलब्धताः वर्तमान समय शासन द्वारा किसी भी नवीन पटवारियों को गिरदावरी हेतु आवश्यक मोबाइल उपलब्ध नहीं कराए गये है। कपितय 4-5 वर्षों पूर्व वरिष्ठ पटवारियों को जो मोबाइल उपलब्ध कराए गये थे। उनकी भी समय-सीमा पूर्ण होकर वो अनुपयोगी एवं खराब हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में बिना संसाधनों के शासन द्वारा कार्य कराना निश्चित रूप से अनुचित प्रतीत होता है।

2. दुर्गम व दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की अनुपलब्धता:- इसी पटवारियों का कार्यक्षेत्र दूरस्थ ग्रामीण, वन, पहाड़ी एवं दुर्गम क्षेत्रों में होता है। जहां साधारणतः मोबाइल नेटवर्क की अनुपलब्धता की समस्या आम बात होती है। ऐसी स्थिति पटवारियों को बिना जियो टैग मोबाइल शासन द्वारा उपलब्ध कराए बिना, जियो टैग से फसल गिरदावरी करनी बात करना निश्चित रूप से बेमानी होगी। इन सभी व्यवहारिक एवं तकनीकी समस्याओं को देखकर ही शासन द्वारा पूर्व में भी फसल गिरदावरी कार्य में जियो टैग की अनिवार्यता को समाप्त किया गया था।

3. कार्यों का अत्यधिक अधिकता:- वर्तमान समय में वैसे भी पटवारी पंचायत चुनाव कोराना टीकाकरण, आबादी सर्वे, शुद्धीकरण अभियान, लघु सिंचाई संगणना, वसूली तथा वेबजी आईएस समस्या व अन्य कई प्रकार के अत्यधिक कार्य बोझ पर ग्रसित है। ऐसी स्थिति में नित नये प्रयोग पटवारियों की मानसिकता एवं शारीरिक क्षमताओं का शोषण होगा।

4. बिना जियो टैग मोबाइल उपलब्धता के मेन्यूअल गिरदावरी:- म.प्र. पटवारी संघ द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के पटवारियों द्वारा अपने निजी संसाधनों के व्यव से आगामी वर्षों की गिरदावरी का आनलाईन कार्य ना करते हुए मेन्यूअल रूप से फसल गिरदावरी का कार्य किया जायेगा। शासन द्वारा जब प्रदेश के पटवारियों को जियो टैग मोबाइल उपलब्ध करा दिया जायेगा तभी पटवारियों द्वारा आनलाईन फसल गिरदावरी का कार्य किया जायेगा।

5. लेपटॉप के भुगतान में अत्यधिक विलंब:- शासन के लैपटॉप क्रय करने संबंधित आदेश पर भरोसा करके प्रदेश के कई जिलों में शासन पर भरोसा कर पटवारियों द्वारा अपने स्वयं के व्यय पर कर्ज व व्याज देकर लेपटॉप क्रय कर शासन का कार्य कर रहे हैं। किंतु कई महीनों से उनके लेपटॉप क्रय का भुगतान नहीं किया गया है। जो कि निश्चित रूप से पटवारियों के मानसिक एवं आर्थिक समस्या का सबब होकर शासन की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह है।

पटवारी संघ ने उक्त व्यवहारिक व नीतिगत समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए, तकनीकी एवं संसाधनों के अभाव में उपरोक्त जियो टैग की फसल गिरदावरी कार्य में अनिवार्यता को तत्काल समाप्त किये जाने संबंधित आदेश प्रसारित करने का निवेदन प्रशासन से किया था किंतु आज दिनांक 28/12/2021 तक उक्त समस्या का निराकरण नहीं होने के कारण प्रदेश के सभी पटवारियों ने जियो टैग फसल गिरदावरी कार्यों का बहिष्कार करते हुए सारा एप्पस से लाग आऊट हो गये है।

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