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बिजली अफसरों से CM के सवाल, कहीं भी खंभे गाड़ देते हैं, मिट्टी भर देते हैं ऐसा क्यों...?

बिजली अफसरों से CM के सवाल, कहीं भी खंभे गाड़ देते हैं, मिट्टी भर देते हैं ऐसा क्यों...?

भोपाल : ऊर्जा विभाग की बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फीडर सेपरेशन के मामले में विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा की फीडर सेपरेशन के काम की गुणवत्ता में कमी की शिकायतें मिली हैं, इसे ठीक करें।
जनता की समस्याओं को जानें उसके अनुरूप कार्य करें 
बिजली विभाग की जनता की ओर से सबसे अधिक शिकायतें आती हैं, यदि  जनता हमारे काम से संतुष्ट नहीं तो हमारे काम का क्या मतलब है? उन्होंने कहा कि
गंभीरता से काम करें, लापरवाही करने वालों पर कार्यवाही करें।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऊर्जा विभाग के अफसरों के काम पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि कहीं भी खेतों में खम्बे गाड़ देते हैं, मिट्टी से दबा देते है ऐसा क्यों..? मेंटेनेंस ठीक ढंग से हो, इसका ध्यान रखें।
मेंटेनेंस और मेंटेनेंस की क़्वालिटी पर ध्यान दें। फीडर सेपरेशन में भी शिकायत आती हैं वो भी ठीक करें। आने वाले 5 से 10 साल में बिजली की आपूर्ति कैसे और कहाँ से करेंगे, वो रणनीति बनाइये।

उन्होंने कहा कि जनता हमारे काम से संतुष्ट होना चाहिए। ऐसी रणनीति बनाओ ताकि बिजली की दीर्घकालिक व्यवस्था ठीक हो। बिजली विभाग के प्रति जनता का असंतोष कैसे दूर हो, इस पर ध्यान दीजिये।  बिजली विभाग में लाईनमेन, इत्यादि के लिये युवाओं को ट्रेंड करें। ग्रीन एनर्जी कोरिडोर के 58 में 56 कार्य पूर्ण हुये हैं। शेष अन्य कार्यों के लिये भी कलेक्टर्स से बात करके निराकरण करें। बेस्ट प्रेक्टिस वाले राज्यों का अध्ययन कर योजना तैयार कीजिये। पूरा वर्क आउट करें। उन्होंने कहा कि जनता की भावना के अनुरूप काम करें। हमारा कार्य गुणवत्तापूर्ण हो, इस पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। बिजली विभाग में आमजन की सर्वाधिक शिकायत आतीं है, शिकायते कम हों, इसके लिए प्रयास करें, जो भी आमजन की समस्याएं हैं उन्हें जल्द दूर करने की मानसिकता के साथ काम करें।

अफसरों से किये सवाल

@ बिजली की अवैध चोरी की रोकथाम के लिए क्या रणनीति तैयार की है ?

@ जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए क्या प्रयास कर रहे हैं ?आम जन को कैसे संतुष्ट करेंगे ?

@ बेहतर राज्यों के परफॉर्मेंस का अध्ययन कर बेंच मार्किंग कब तक करेंगे ?

@ रिफॉर्म हेतु गठित कमेटी पर कितना काम हुआ ?

@ निचले स्तर पर अधिक समस्याएं होती हैं, शिकायतों की मैपिंग कर उन्हें दूर करने क्या क्या प्रयास किये जा रहे हैं ?

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