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सीमांकन के लिए 25 हजार की घूस लेते RI गिरफ्तार, सहयोगी के जरिये ले रहा था रिश्वत

सीमांकन के लिए 25 हजार की घूस लेते RI गिरफ्तार, सहयोगी के जरिये ले रहा था रिश्वत

लोकमतचक्र.कॉम।
भोपाल : प्रदेश में भ्रष्टाचारियों के हौसले किस कदर बुलंद है इसका उदाहरण प्रतिदिन पकड़ा रहे घूसखोर शासकीय मुलाजिम है । भ्रष्टाचार को लेकर की जा रही प्रतिदिन की कार्यवाही के बावजूद शासकीय मुलाजिम भ्रष्टाचार करने से रुक नहीं रहे हैं लोकायुक्त द्वारा प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर की गई कार्यवाही के चलते आज अभी तक जहां तीन शासकीय सेवकों पर कार्यवाही की गई है वही ताजा मामले में भोपाल में पदस्थ राजस्व निरीक्षक को लोकायुक्त पुलिस ने ₹25000 के रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।आरोपी राजस्व निरीक्षक द्वारा कोलार तहसील क्षेत्र में स्थित हिनोतिया ग्राम की जमीन के सीमांकन के बदले यह रिश्वत मांगी गई थी। लोकायुक्त पुलिस द्वारा यह कार्यवाही रोहित नगर में की गई है जहां आर आई द्वारा समानांतर तहसील दफ्तर चलाए जाने का कार्य किया जा रहा था।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार आवेदक जीपी त्रिपाठी रिटायर्ड एएसआई है। उनके द्वारा 10 मई 2022 को एसपी लोकायुक्त को शिकायत किया कि उनका 5000 वर्ग फीट का भूखंड ग्राम हिनोतिया तहसील कोलार में है जिसका सीमांकन होना है। सीमांकन के लिए तहसीलदार द्वारा अनिल मालवीय आरआई को आवेदन मार्क किया गया। इसके बाद राजस्व निरीक्षक अनिल मालवीय द्वारा अपने निवास के पास ऑफिस में फरियादी को बुलाया और भूखंड के बंटान एवं सीमांकन के लिए ₹ 30000 देने को बोला। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शिकायत का सत्यापन कराया गया। शिकायत सत्यापन में आरोपी अनिल मालवीय द्वारा ₹ 25000 की पुनः मांग की गई। इसके बाद शनिवार को आरोपी अनिल मालवीय ने अपने प्राइवेट सहयोगी हुकुम सिंह के माध्यम से रिश्वत राशि 25000 रुपया प्राप्त की। इसके बाद आरोपी अनिल मालवीय एवं हुकुम सिंह को रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी अनिल मालवीय के विरोध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।

रोहित नगर में चला रहा था समानांतर दफ्तर
 
आरोपी राजस्व निरीक्षक अनिल मालवीय कोलार तहसील में पदस्थ है। सूत्रों का कहना है कि कोलार तहसील एवं सबडिवीजन क्षेत्र में इतना ज्यादा करप्शन है कि बिना पैसों का लेनदेन किये लोगों का कोई काम नहीं होता। इसमें भोपाल की कुछ निर्वाचित जन प्रतिनिधियों की भी मिलीभगत बताई जा रही है जो इन्हें संरक्षण देते हैं। इसकी जानकारी जिला प्रशासन के अफसरों को भी है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। मालवीय द्वारा रोहित नगर में समानांतर दफ्तर चला कर इस तरह के मामले में लेनदेन किया जाता है। इसका खुलासा आज हुई कार्यवाही में हुआ है।

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