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मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में अधिकारियों का आवेदन बढ़ाने का खेल

मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में अधिकारियों का आवेदन बढ़ाने का खेल

45 दिन में 92 लाख में 81 लाख बने हितग्राही

भोपाल । मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में कई जिलों में आवेदनों की संख्या बढ़ाने का खेल कलेक्टरों की मिलीभगत से हुआ है। इस तरह के मामले छिंदवाड़ा और छतरपुर जिले में सामने आए हैं। यहां के कलेक्टरों ने एमएसएमई के लाभार्थियों की संख्या अधिक बताने के लिए पहले आवेदन संख्या हजारों में बता दी और बाद में एकदम से कटौती करते हुए इस आंकड़े को सौ के भीतर सीमित कर दिया।


छिंदवाड़ा जिले में एमएसएमई विभाग की एक योजना के अंतर्गत लाभ दिलाने के लिए चिन्हित किए गए आवेदनों की संख्या पूर्व में 11 हजार से अधिक बताई गई। इसके बाद पिछले दिनों इसे घटाकर 50 के करीब कर दिया गया। इसी तरह छतरपुर जिले में इस विभाग के अंतर्गत 25 आवेदन आए थे लेकिन समग्र आईडी में दर्ज नामों के आधार पर यह संख्या 400 से अधिक दिखाई गई और अब हितग्राही नहीं मिल पाने पर इसमें कटौती किए जाने की तैयारी है। ऐसे ही मामले कई अन्य योजनाओं के हितग्राहियों को लेकर भी हैं जिसमें वाहवाही के लिए कलेक्टरों ने आंकड़ों में हेरफेर किया है। 

45 दिन में एमपी में बढ़ गए 81 लाख हितग्राही

विधानसभा चुनाव 2023 में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों को टारगेट कर कार्यकर्ताओं को इनसे संवाद के लिए प्रेरित करने वाली बीजेपी अब 81 लाख नए हितग्राहियों को भी साधने का काम करेगी। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाए गए मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में सामने आए हितग्राहियों को अगले माह से लाभ दिलाने का काम सरकार करने जा रही है। इन हितग्राहियों में रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार का लाभ पाने वाले हितग्राही शामिल हुए हैं। इस अभियान के बाद अब प्रदेश में हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ पाने वाले हितग्राहियों का आंकड़ा दो करोड़ को पार कर गया है।  मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में 45 दिन में केंद्र व राज्य सरकार की अलग-अलग 38 योजनाओं में 81 लाख से अधिक ऐसे लोग चिन्हित हुए हैं जो पात्रता के बाद भी योजनाओं का लाभ पाने से वंचित थे। सरकार के पास इस अवधि में 92 लाख से अधिक आवेदन पहुंचे जिसमें साढ़े 7 लाख से अधिक आवेदन खारिज किए गए हैं जबकि 3.39 लाख से अधिक आवेदन अभी निराकरण के लिए पेंडिंग हैं। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में 28489 शिविर लगाए गए हैं। 

सबसे अधिक आवेदन आयुष्मान कार्ड के

इस अभियान का सबसे अधिक फायदा उन गरीबों को मिलने की स्थिति बनी है स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के चलते अस्पतालों के भारी भरकम बिल से परेशान होते थे. इसके लिए केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना में 44.58 लाख हितग्राही के आवेदन आए थे जिसमें से 42.23 लाख के आयुष्मान कार्ड बन गए हैं जबकि 1.32 लाख के आवेदन अभी पेंडिंग हैं और 1.02 लाख के खारिज कर दिए गए हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में 2.31 लाख आवेदन आए जिसमें से 2.09 लाख आवेदनों को मंजूर कर बीमा किया गया है। 

अलग से कार्यक्रम कर अभियान को प्रचारित करेंगे सरकार, संगठन

मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में 81 लाख हितग्राहियों को लाभ मिलने का काम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इच्छाशक्ति से ही हो सका है क्योंकि सीएम ने इसके लिए शिविर लगवाए और खुद भी शिविरों में पहुंचे। अफसरों की मनमानी से पात्रता के बाद भी ये हितग्राही लाभ पाने से वंचित थे। ऐसे में अब सरकार इतनी अधिक संख्या में सामने आए हितग्राहियों को लाभ दिलाने के लिए अलग से कार्यक्रम आयोजित करेगी। सूत्रों का कहना है कि सीएम के इस अभियान का फायदा बीजेपी को दिलाने के लिए संगठन भी कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दे चुका है कि इन हितग्राहियों से लगातार संवाद कर उन्हें बताएं कि भाजपा उनके जीवन स्तर में बदलाव के लिए काम कर रही है। 

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