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राजाबरारी में दो दिवसीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी शिविर आयोजि

राजाबरारी में दो दिवसीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी शिविर आयोजित

375 ग्रामीणों ने करवाया शिविर में पंजीयन

लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

हरदा । जिले के ग्राम राजाबरारी में दयालबाग शिक्षण संस्थान (डीईआई) द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (सीड डिवीज़न) भारत सरकार के साथ मिलकर एक दो दिवसीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण प्रोधोगिकी शिविर का आयोजन किया गया।  इसमें पहले दिन लगभग 200 एवं दूसरे दिन 175 ग्रामीण कृषकों एवम महिलाओं ने पंजीकरण करवाया। 

दयालबाग यूनिवर्सिटी के द्वारा राजाबरारी एस्टेट में तीन वर्ष की एक परियोजना संचालित की जा रही है। इसके अंतर्गत एक मृदा परीक्षण, जल परीक्षण एवं फ़ूड टेस्टिंग लैब का निर्माण किया जा रहा है। इनके अलावा एक कृषि एंव खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण एवं संसाधन केंद की भी स्थापना की जा रही है।

103 किसानों ने करवाया मृदा परीक्षण

शिविर के पहले दिन कृषि प्रोधोगिकी संबंधित कार्यक्रम रहे। डॉ श्रीचंद जाट ने जैविक खेती एवम मृदा परीक्षण का प्रशिक्षण दिया। शिविर में 103 कृषकों नें 175 एकड़ कृषि भूमि के मृदा सैंपल जमा किये। सैम्पल देने वाले कृषकों को प्रोत्साहन के रूप में मौसमी सब्जियों के बीज प्रदान किये गए। राजाबरारी एस्टेट के कृषि विभाग के ओएसडी अमित चंद्राकर ने संस्था द्वारा सौ एकड़ भूमि पर की जा रही जैविक खेती के अनुभवों को भी साझा किया।शिविर में खाद्य सुरक्षा पंजीकरण हेतु ऑनलाइन आवेदन की भी सुविधा उपलब्ध रही। जिसमे बीस से अधिक ग्रामीण दूध विक्रेताओं, हलवाई, दुकानदारों ने पंजीयन हेतु आवेदन किया। जिनका पंजीयन शुल्क भी डी ई आई द्वारा वहन किया गया।

प्रसंस्करण मशीनों का दिया डेमोंस्ट्रेशन

कार्यक्रम के दूसरे दिन सौ से अधिक महिलाओं को राज्य आजीविका मिशन विभाग से संतोष वास्केल द्वारा योजनाओं के बारे में बताया गया तथा महिलाओं को शपथ भी दिलाई गई। स्टेट बैंक राजाबरारी के शाखा प्रबंधक मनीष उइके द्वारा दोनों दिन कृषि एवं स्व सहायता समूह से संबंधित बैंकिंग योजनाओं की जानकारी दी गयी। 

शिविर में खाद्य प्रसंस्करण संबंधित कई मशीनों का डेमोंस्ट्रेशन दिया गया। इनमे एयर ब्लोअर पलवाराईजर, प्लेनेरी मिक्सर, आम काटने की ऑटोमेटिक मशीन, लहसन छीलने की ऑटोमेटिक मशीन, मिल्क एनालाइजर, डिजिटल ट्रे ओवन, पैकिंग मशीन, पनीर प्रेस मशीन जैसी कई मशीने शामिल रहीं।

इसके साथ साथ पशुपालन विभाग की ओर से इंदल धुर्वे द्वारा पशु उपचार, लंपि वायरस औषधि वितरण एवं पंजीयन भी किया गया एवं विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी।

आंध्र प्रदेश के विशेष प्रमुख सचिव जुड़े वीडीयो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से

आजीविका मिशन के संस्थापक मिशन डायरेक्टर एवं आंध्र प्रदेश में विशेष प्रमुख सचिव के पद से रिटायर्ड विजय कुमार भी इस कार्यक्रम के समापन दिवस पर दयालबाग आगरा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। विजय कुमार दयालबाग शिक्षण संस्थान के दौरे पर थे और इसी दौरान वह राजाबरारी के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने स्व सहायता समूहों की महिलाओं से भी चर्चा की। राजाबरारी के आजीविका ग्राम संगठन की अध्यक्ष किरण उइके ने बताया कि किस प्रकार से समूहों की महिलाओं के जीवन में परिवर्तन आया है। रिटायर्ड प्रमुख सचिव श्री कुमार ने किरण उइके से प्रति महिला साप्ताहिक बचत, औसत मासिक आमदनी, यूनिफॉर्म निर्माण इत्यादि संबंधित प्रश्न भी पूछे।


कार्यक्रम में राधास्वामी सतसंग सभा के अस्सोसिटेट प्रेसिडेंट धर्मपाल सतसंगी मुख्य अतिथि रहे। इनके साथ प्रिंसिपल दिनेश कपूर, स्वामी प्यारी कपूर, ओएसडी कृषि एवं वानिकी अमित चंद्राकर, स्टेट बैंक प्रबंधक मनीष उइके, कृषि विभाग से डॉ श्रीचंद जाट, पशुपालन व डेयरी विभाग से इंदल धुर्वे, डीएसटी प्रोजेक्ट से नेहा चंद्राकर, सुधीर कलम एवं डी ई आई आत्मा एवं आदिनाम कार्यक्रम से सीमा कुमरे, ललिता उइके, लष्मीनारायण यादव, रेवा खरे, किरन, आनंदराज, निर्भयदास, रुचि शर्मा, फूलमनी, संगीता, गंगा बाई इत्यादि शामिल रहे।राजाबरारी एस्टेट के प्रबंधक डॉ विशाल साहनी ने इस सफल आयोजन पर आयोजक समिति को बधाई दी। कार्यक्रम के आयोजक डी. सुमिर ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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