आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर भीम आर्मी, जयस ओर अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लोगों का जारी है दो दिनों से कलेक्ट्रेट का घेराव
प्रशासन ने पीड़ित परिवार को स्वीकृत की 8.25 लाख रुपये की राहत राशि, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम रवाना
लोकमतचक्र डॉट कॉम।
हरदा । जिले के हंडिया थाना अंतर्गत बहुचर्चित अनिल माणिक हत्याकांड को लेकर भीम आर्मी, जयस ओर अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लोग अभी भी कलेक्ट्रेट का घेराव कर बैठे हैं। उनकी मांग आरोपी जनपद अध्यक्ष पति धर्मेंद्र पटेल की गिरफ्तारी और उसके घर पर बुल्डोज़र चलाने की मांग पर लगातार दो दिनों से धरना प्रदर्शन दे रहे हैं। धरना प्रदर्शन करने वाले का कहना कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी व घर पर बॉल्डोज़र नहीं चलेगा तब तक यही धरना जारी रहेगा।
इस बीच जिला प्रशासन द्वारा स्व. माणिक की बेवा श्रीमती बसकर बाई के लिए 8.25 लाख रुपये की राहत राशि स्वीकृत की है। जिसके तहत प्रथम किश्त में अभी आधी राशि कुल 4 लाख 12 हजार 500 रुपये दिए जाएंगे। कलेक्टर ऋषि गर्ग ने स्वर्गीय अनिल माणिक की बेवा श्रीमती बसकर बाई निवासी चीरा खान , थाना क्षेत्र हंडिया के लिए अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कुल 8.25 लाख रुपए की राहत राशि स्वीकृत की है। अपर कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे ने बताया कि प्रथम किस्त के रूप में अभी 4,12,500 का भुगतान किया जाएगा। शेष राशि द्वितीय किस्त के रूप में बाद में भुगतान की जाएगी। इधर पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र पटेल पर 10,000 हजार का इनाम घोषित कर दिया । वहीं तीन जांच दल बनाकर तहकीकात की जा रही है। जिला प्रशासन ने जल्द ही कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि मृतक अनिल माणिक की पत्नी अपने 4 माह के बच्चे और सास-ससुर के साथ कलेक्टर एवं एसपी से गुहार लगाने के लिए न्याय मांग रहे है ओर दो दिन से धर बैठे हुए है। वहीं सामाजिक संगठनों ने विरोध जताते हुए जिला प्रशासन एवं क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीतिक संरक्षण व पुलिस के संरक्षण में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है।
यह है मामला -
जिले के हंडिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चिराखान निवासी अनिल माणिक देवास गांव के धर्मेंद्र पटेल का डंपर चलाता था। 8 दिसंबर को धर्मेंद्र पटेल ने मैनेजर संदीप गुर्जर से कॉल करके मृतक अनिल को उसके हरदा निवास पर बुलवाया। इसके बाद बैटरी चुराने की शंका में उसे बेट से जमकर पीटा, इसमें उसकी मौत हो गई।धर्मेंद्र ने उसके शव को रात में ऑटो ड्राइवर जाहिद खान और मैनेजर संदीप गुर्जर की मदद से भुवनखेड़ी के पास रोड पर फेंक दिया ताकि हत्या को हादसा बताया जा सके। इसलिए शव को सड़क पर फेंक दिया और बॉडी पर डंफर चढ़ाकर रोड एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश की। लेकिन मृतक के परिजनों ने पुलिस को मर्डर की आशंका जताई थी।
इस आधार पर पुलिस ने जांच शुरु की। साइबर सेल की मदद से हरदा जनपद अध्यक्ष रेवा पटेल के पति धर्मेंद्र पटेल के मैनेजर संदीप गुर्जर को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। जिसमें सारा घटनाक्रम पता चला। पुलिस ने हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वही एसपी मनीष कुमार अग्रवाल ने हत्या के मुख्य 'आरोपी धर्मेंद्र पटेल की गिरफ्तारी में सहयोग या सही सूचना देने पर 10 हजार का इनाम की घोषणा की है।
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