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भ्रष्टाचार में भी ब्याज सहित रिश्वत लेने वाली रिश्वतखोर महिला अधिकारी को लोकायुक्त ने किया रंगेहाथों गिरफ्तार

भ्रष्टाचार में भी ब्याज सहित रिश्वत लेने वाली रिश्वतखोर महिला अधिकारी को लोकायुक्त ने किया रंगेहाथों गिरफ्तार 

24 माह में 03 प्रतिशत के हिसाब से 4.80 लाख रुपए की रिश्वत की रखी थी डिमांड


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

ग्वालियर । मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का अनोखा मामला सामने आया है जहां रिश्वत में भी ब्याज सहित रिश्वत लेने वाली रिश्वतखोर महिला अधिकारी को लोकायुक्त ने रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। रिश्वतखोर महिला उपयंत्री नै 24 माह में 03 प्रतिशत के हिसाब से 4.80 लाख रुपए की रिश्वत की डिमांढ रखी थी । नगर निगम ग्वालियर की महिला उपयंत्री वर्षा मिश्रा को ई0ओ0डब्ल्यू ग्वालियर ने 15 हजार रूपये की रिश्वत लेते शुक्रवार शाम को रंगे हाथों पकड़ा है। वर्षा मिश्रा नगर निगम ऑफिस के सामने अपनी कार में रिश्वत लेते हुये पकड़ी गयी है।

आवेदक अनूप यादव निवासी गोसपुरा नम्बर-01 हजीरा ग्वालियर द्वारा वर्षा मिश्रा, उपयंत्री नगर निगम ग्वालियर के विरुद्ध ई.ओ.डब्ल्यू कार्यालय ग्वालियर में शिकायत आवेदन प्रस्तुत किया गया था। आवेदक व उसके पार्टनर सुरेश सिंह यादव ने नगर निगम ग्वालियर के अंतर्गत आने वाले 05 पार्कों के संधारण के कार्य का ठेका दो वर्ष के लिये 01.67 करोड रूपये में निविदा के माध्यम से प्राप्त किया था। निविदा की शर्तों के अनुसार संधारण कार्य का भुगतान प्रतिमाह किया जाना है। प्रथम माह के बिल की राशि लगभग 6.71,000/- रूपये के भुगतान के एबज में उक्त राशि का आठ प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में मांग की गयी, मना करने पर पांच प्रतिशत की राशि चाही गयी किन्तु आवेदक के इनकार करने पर तथा आवेदक का कार्य अच्छा होने की कहकर तीन प्रतिशत की मांग की गयी। इस प्रकार 24 माह में कुल 4.80 लाख रूपये की रिश्वत ली जानी थी जिसमें से पांच हजार रूपये आरोपी 1 प्राप्त कर चुकी थी। 

आवेदक रिश्वत देना नहीं चाहते थे तथा रिश्वत चाहने वाली उपयंत्री के विरुद्ध ई.ओ.डब्ल्यू से कार्यवाही चाहते थे जिस पर आवेदक द्वारा पुलिस अधीक्षक आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ग्वालियर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया था उक्त शिकायत आवेदन पर पुलिस अधीक्षक ई. ओ. डब्ल्यू, बिटटू सहगल द्वारा टीम गठित कर कार्यवाही की गयी और आरोपी वर्षा मिश्रा, उपयंत्री, नगर निगम ग्वालियर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी वर्षा मिश्रा के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधित अधिनियम 2018 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त कार्यवाही में अनिल कुमार लोधी निरीक्षक, नीतू सिंह गुर्जर, सूबेदार एकता दीक्षित, उप निरीक्षकगण भीष्म प्रसाद तिवारी, योगेन्द्र दुबे, नम्रता भदौरिया, आरक्षक सत्यप्रकाश सविता एवं नरेश की सराहनीय भूमिका रही है।

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