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प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाने से पहले तहसीलदारों का जिलों में हुआ तबादला, अब जीएडी में शामिल

प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाने से पहले तहसीलदारों का जिलों में हुआ तबादला, अब जीएडी में शामिल

लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

भोपाल । प्रदेश के 162 तहसीलदारों को सामान्य प्रशासन विभाग का अफसर घोषित करने के पहले राजस्व विभाग को शनिवार को इन अधिकारियों का तबादला करना पड़ा है। इसके बाद जीएडी ने इन अफसरों को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर घोषित किया है। इसके बाद प्रभारी डिप्टी कलेक्टर के तौर पर कार्यवाहक पदोन्नति पाने वाले तहसीलदारों का अब राजस्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) के बीच उलझने का संकट खत्म हो गया है। जिन्हें जीएडी ने कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर बना दिया है वे अब आने वाले सालों में जीएडी के अफसर माने जाएंगे और ये अफसर राजस्व विभाग से मुक्त होंगे। इस दिक्कत को दूर करने के लिए राजस्व विभाग और जीएडी को शनिवार को दो अलग-अलग आदेश जारी करने पड़े।

दरअसल तहसीलदार राजस्व विभाग के अधिकारी हैं और प्रमोशन के बाद इन्हें दूसरे विभाग जीएडी में पहुंचना था। जीएडी ने इन्हें कार्यवाहक पदोन्नति देने की तैयारी छह माह पहले कर ली थी लेकिन कार्यवाहक पदोन्नति के लिए जीएडी तहसीलदारों के तबादला आदेश कैसे जारी करे? इसमें नियमों को लेकर पेंच फंस गया था। इसीलिए सीएम सचिवालय सूची पहुंचने के बाद दो माह पहले अटक गई। इसके बाद फिर नए सिरे से मंथन हुआ और तब यह तय हुआ कि राजस्व विभाग उन तहसीलदारों का तबादला करेगा जिन्हें प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है और फिर इसके बाद जीएडी उन्हें उसी जिले में प्रभारी कलेक्टर का अधिकार देगा। शनिवार को इसी के चलते पहले 162 तहसीलदारों की तबादला सूची जारी हुई। इसके बाद जिलों मे पदस्थ किए गए तहसीलदारों को जीएडी ने वहीं प्रभारी डिप्टी कलेक्टर के तौर पर पदस्थ कर दिया। अब आदेश के बाद प्रभारी डिप्टी कलेक्टर पद पर ज्वाइन करने वाले तहसीलदार जीएडी के अफसर हो जाएंगे और आने वाले दिनों उनका राजस्व विभाग से रोल खत्म हो जाएगा। वहीं जो ज्वाइन नहीं करेंगे उन्हें राजस्व विभाग का अफसर माना जाएगा।

जल्द जारी होंगे दर्जन भर तहसीलदारों के आदेश

प्रभारी डिप्टी कलेक्टर के पद के लिए करीब सवा दो सौ तहसीलदारों को छानबीन समिति ने चिन्हित किया था। इस बीच आदेश जारी होने के पहले जनवरी मास की स्थिति में करीब चालीस अफसरों की विभागीय जांच या लोकायुक्त, ईओडब्ल्यू में जांच का मामला सामने आ गया। इसमें से कई तहसीलदार इस जांच से मुक्त भी हो गए हैं लेकिन पुरानी सूची को ही आधार बनाया गया। अब जल्द ही दूसरी सूची जांच के बाद फिट पाए गए तहसीलदारों को प्रभारी बनाने को लेकर जारी की जाएगी।

24 तहसीलदारों को जीएडी ने सीधे किया पदस्थ

जीएडी द्वारा जारी किए गए आदेश में 24 तहसीलदार ऐसे हैं जिनको राजस्व विभाग ने स्थानांतरित नहीं किया। इन्हें जीएडी ने सीधे प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ विभागों में कार्यवाहक पदोन्नति देते हुए प्रभारी डिप्टी कलेक्टर के समकक्ष पदनाम दे दिया। इन 24 अफसरों में भोपाल में पदस्थ तहसीलदार मनोज श्रीवास्तव को जीएडी ने जिले में पदस्थापना के बाद भी सीधे आदेश करते हुए प्रतिनियुक्ति पर प्रभारी उपायुक्त राजस्व आयुक्त कार्यालय पदस्थ किया है।

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