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किसानों के लिए परेशानी का सबब बने विभागीय सॉफ्टवेयर, राजस्व विभाग के आधे-अधूरे सॉफ्टवेयर के बाद अब कृषि विभाग के साॅफ्टवेयर में गड़बड़ी

किसानों के लिए परेशानी का सबब बने विभागीय सॉफ्टवेयर, राजस्व विभाग के आधे-अधूरे सॉफ्टवेयर के बाद अब कृषि विभाग के साॅफ्टवेयर में गड़बड़ी 

ई-उपार्जन पोर्टल पर उपज की मात्रा शून्य आए तो किसान स्लॉट बुकिंग नहीं करें : उपसंचालक कृषि


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

भोपाल/हरदा । MP में सरकारी कार्यों जिसमें किसानों से संबंधित कार्यों को लेकर बनाये गये सॉफ्टवेयर त्रुटिपूर्ण होने से किसानों को परेशान होना पड़ रहा है । किसानों के रिकॉर्ड रखने वाले महत्वपूर्ण राजस्व विभाग के साॅफ्टवेयर की त्रुटियों से जहां प्रदेश में लाखों किसान परेशान है वहीं अब ग्रीष्मकालीन फसल मूंग के ई उपार्जन पोर्टल में गड़बड़ी से किसान फसल बेचने को परेशान हो रहे है । प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले हरदा के किसान भी ई उपार्जन पोर्टल में गड़बड़ी के चलते मूंग फसल का विक्रय नहीं कर पा रहे है । पटवारियों ने गर्मी के मौसम में गिरदावरी दर्ज कर फसल चड़ाने के बावजूद ई उपार्जन पोर्टल पर रकबा शून्य प्रदर्शित हो रहा है जिसका फिर से सत्यापन अब वर्षाकाल में करवाया जा रहा है।

उप संचालक कृषि हरदा ने प्रेस नोट जारी कर किसानों से अपील कि है कि जिले के किसान पोर्टल पर स्लॉट बुकिंग करते समय उपज की मात्रा शून्य आए तो स्लॉट बुकिंग नहीं करें। पोर्टल पर अपडेशन का काम चल रहा है। डीडीए एमपीएस चंद्रावत ने बताया कि सेटेलाइट सर्वे के अनुसार किसानों के स्लॉट बुक कराने पर उपज की मात्रा शून्य प्रदर्शित हो रही है। पोर्टल अपडेट किया जा रहा है। दो-तीन दिन में पंजीकृत रकबे के अनुसार मात्रा पोर्टल पर प्रदर्शित होने की उम्मीद है। वर्ष 2023 (विपणन वर्ष 2023-24 ) अन्तर्गत समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग उपार्जन का कार्य जिले में चल रहा है। वर्तमान में सेटेलाइट सर्वे अनुसार कृषको के स्लॉट बुक करने पर अधिकतम उपज शून्य प्रदर्शित हो रही है। अधिकतम उपज शून्य प्रदर्शित से संबंधित कार्यवाही प्रचलन में है, 2-3 दिवस में ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत रकबे अनुसार मात्रा प्रदर्शित होना संभावित है। 


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