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पटवारियों की मांग जायज है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से कल बात कर रखूंगा आपकी बात : कृषि मंत्री कमल पटेल

पटवारियों की मांग जायज है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से कल बात कर रखूंगा आपकी बात :  कृषि मंत्री कमल पटेल

पटवारियों के धरना प्रदर्शन में पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल 


लोकमतचक्र डॉट कॉम।  

हरदा। विगत 15 दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे पटवारियों के बीच आज मध्यप्रदेश के कद्दावर कृषि मंत्री कमल पटेल पहुंचे और उन्होंने पटवारियों की मांगों को सुनकर इसे जायज बताया साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी से मुलाकात कर निराकरण करवाने का आश्वासन दिया ।

उक्त जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश पटवारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव जैन तथा जिलाध्यक्ष अनुराग करोलिया ने बताया कि आज उनके धरना प्रदर्शन में पधारे कृषि मंत्री कमल पटेल ने पटवारियों की विगत 25 वर्षों से लंबित वेतनमान विसंगति, पदोन्नति, समयमान वेतनमान सहित भत्तों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि पटवारी ग्रामीण क्षेत्र में हमारी मजबूत इकाई है। पटवारियों की मेहनत के कारण ही पूरे प्रदेश में हमनें आबादी भूमि का मालिकाना ग्रामीणों को दिया है, जो पूरे देश में ऐतिहासिक काम है। पटवारियों द्वारा वेतनमान की मांग काफी समय से की जा रही है जो की आज की मंहगाई को देखते हुए सही ओर ऊचित है । हमनें तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षकों का वेतन बढ़ाया है अब पटवारियों का भी वेतन बड़ायेंगें।

कृषि मंत्री कमल पटेल के उक्त आश्वासन पर हरदा जिले के पटवारी ने जोरदार नारेबाजी कर  धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर धरने में उपस्थित महिला पटवारी बहनों द्वारा कृषि मंत्री कमल पटेल को पुष्प की राखी बांधकर वचन लिया कि वे शीघ्र ही पटवारी के मामले में मध्यस्थता करके हमारी मांगों का निराकरण करवाएंगे। धरना प्रदर्शन में हरदा जिले के समस्त पटवारी उपस्थित थे। 

आखिर क्यों है पटवारी हड़ताल पर...?

पटवारी संघ के राजीव जैन का कहना है कि मध्यप्रदेश में पटवारियों को 1998 में निर्धारित किए गए वेतनमान के अनुसार हो वर्तमान 2023 में वेतन दिया जा रहा है। पिछले 25 साल में प्रदेश के पटवारियों के वेतनमान में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। जबकि, पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले राजस्व विभाग एवं उसकी पद स्थापना वाले भू अभिलेख विभाग के सभी पदोन्नत पदों (राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख) के वेतनमान में कई बार वृद्धि की गई लेकिन घोषणा के बाद भी पटवारियों का वेतनमान ग्रेडपे में इजाफा नहीं किया गया । 


यह काम प्रभावित हो रहे है

हड़ताल में जाने का असर शासकीय योजनाओं के साथ राजस्व संबंधित कार्य पर देखा जा रहा है। कलेक्ट्रेट समेत तहसील कार्यालय में पटवारी संबंधी काम के लिए आए लोग लौट रहे है। पटवारियों की हड़ताल से नामांतरण, बंटवारा, जाति जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, निर्वाचन संबंधी कार्य, गिरदावरी सत्यापन, नक्शा दुरुस्तीकरण, पी एम किसान, सी एम किसान निधि, बैंक बंधक एप्रूवल, बैंक ऋण कार्य के प्रकरण भी प्रभावित हो रहे हैं। 


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