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राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर और तहसीलदार के विरुद्ध शिकायत पहुंची निर्वाचन आयोग, महिलाओं से हैरेसमेंट के मामले में

राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर और तहसीलदार के विरुद्ध शिकायत पहुंची निर्वाचन आयोग, महिलाओं से हैरेसमेंट के मामले में


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

भोपाल।  मध्यप्रदेश के दो प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ लैंगिक उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं। दोनों ही मामले राजस्व विभाग से जुड़े है जिसमें एक राज्य प्रशासनिक सेवा के कटनी में पदस्थ अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्रा और दूसरे ग्वालियर में पदस्थ तहसीलदार शत्रुघ्न चौहान के हैं। दोनों की शिकायत चुनाव आयोग तक पहुंची है ‌। इन मामले में स्थानीय कलेक्टरों ने जांच लैंगिक उत्पीड़न समितियों को सौंपी है। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान यह घटनाक्रम सामने आने से इसकी जानकारी चुनाव आयोग तक भी पहुंची है जिस पर आयोग ने कलेक्टरों से जानकारी तलब की है।

यह है राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी के विरूद्ध आरोप

पहला मामला कटनी जिले का है, जहां पदस्थ राजस्व अनुविभागीय अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्रा पर उनके ही अधीन काम कर चुकी तहसीलदार ने अमर्यादित व्यवहार का आरोप लगाया है और इसकी शिकायत कलेक्टर अवि प्रसाद से की है। इसके बाद महिला अफसर की शिकायत की जांच के लिए मामला लैंगिक उत्पीड़न समिति को सौंप दिया है। बताया जाता है कि राजस्व अनुविभागीय अधिकारी कटनी के पास बहोरीबंद क्षेत्र का प्रभार भी था और इसी सर्किल के स्लीमनाबाद क्षेत्र में पदस्थ राजस्व अधिकारी के द्वारा इस संबंध में शिकायत की गई है।

इस मामले में कलेक्टर अवि प्रसाद का कहना है कि जो भी हुआ है उसकी जानकारी नहीं दी जा सकती है। इसके लिए कमेटी बना दी गई है और जांच के बाद उचित फोरम पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं यहां पदस्थ अपर कलेक्टर साधना परस्ते ने इस तरह की घटना की जानकारी से इनकार किया है।

यह है तहसीलदार के विरुद्ध शिकायत

दूसरा मामला ग्वालियर से जुड़ा है। ग्वालियर की एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि तहसीलदार शत्रुध्न चौहान ने अपने कार्यालय में काम करने वाली चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी को प्रताड़ित किया। तहसीलदार ने कार्यस्थल पर साथी चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी का सेक्सुअल हैरेसमेंट किया था।

परेशान होकर महिला कर्मचारी ने एडीएम को आवेदन देकर उसे सिटी सेंटर ऑफिस से हटाकर कहीं भी अन्यत्र पदस्थ करने को कहा था जिसके बाद महिला कर्मचारी को अन्य तहसील भेज दिया गया। शिकायतकर्ता ने तहसीलदार पर यह भी आरोप लगाए कि वह गलत काम के लिए किलागेट पर एक मकान का उपयोग करते हैं।जिसे उन्होंने किराए पर ले रखा है। इसकी जानकारी उनके वाहन के चालक को भी है।

चुनाव आयोग पहुंचे दोनों ही मामले

लोकसभा चुनाव के चलते इस समय सभी तरह की शिकायतें राज्य शासन के साथ चुनाव आयोग को भी भेजी जाती हैं। ये दोनों ही मामले भी चुनाव आयोग तक पहुंच हैं। इसके बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दोनों ही जिलों के कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी से घटनाक्रम की जानकारी तलब की है।

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