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गेहूं खरीदी में भ्रष्टाचार : सहकारिता उपायुक्‍त एक लाख 15 हजार रुपये की रिश्‍वत लेते रंगे हाथो पकड़ाया

गेहूं खरीदी में भ्रष्टाचार : सहकारिता उपायुक्‍त एक लाख 15 हजार रुपये की रिश्‍वत लेते रंगे हाथो पकड़ाया



लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

भोपाल। मध्यप्रदेश में किसानों को शासकीय मशीनरी द्वारा किस कदर लूटा जा रहा है इसका उदाहरण आज शाजापुर में समर्थन मूल्य पर की जा रही गेहूं खरीदी के मामले सहकारी समितियों से रिश्वत लेते हुए सहकारिता उपायुक्त को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार होने से पता चलता है । जहां लोकायुक्त पुलिस ने  सहकारिता उपायुक्‍त एक लाख 15 हजार रुपये की रिश्‍वत लेते रंगे हाथो पकड़ा है ।

उल्लेखनीय है कि इन दिनों समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीदी सहकारी समितियों के माध्यम से की जा रही है। ऐसे में शाजापुर जिले की समितियों से सहकारिता उपायुक्त एक रुपए प्रति क्विंटल के मान से रिश्वत ले रहे थे। सहकारिता उपायुक्त की रिश्वत खोरी से परेशान होकर जिले की पांच समितियों ने लोकायुक्त पुलिस उज्जैन पर शिकायत दर्ज की। शिकायत मिलने पर लोकायुक्त ने फरियादी हरिदास वैष्णव समिति प्रबंधक दास्ताखेड़ी और सहकारिता उपायुक्त के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग कर शिकायत का सत्यापन किया और गुरुवार को सहकारिता आयुक्त को 1 लाख 15 हजार रूपए की राशि देते हुए रंगे हाथ पकड़ा। 

डीएसपी लोकायुक्त राजेश पाठक ने बताया कि शाजापुर जिले की पांच समितियों के प्रबंधकों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि शाजापुर सहकारिता उपायुक्त आरसी जरिया द्वारा समर्थन मूल्य पर शासकीय गेहूं की खरीदी पर प्रति एक क्विंटल पर एक रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत मिलने पर हरिदास वैष्णव को शिकायतकर्ता बनाकर अन्य प्रबंधकों से लिखित में सहमति ले ली गई। इसके बाद उपायुक्त को रिश्वत लेते पकडऩे की योजना बनाई गई। योजना के तहत फरियादी को कैमिकल लगे नोट लेकर उपायुक्त के पास भेजा गया, जैसे ही उपायुक्त ने रिश्वत के रुपये लिए वैसे ही उसे लोकायुक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर हाथ धुलवाए और पानी रंगीन हो गया। इस पर रिश्वतखौर अधिकारी से कैमिकल लगे नोट जब्त कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

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