जनसंपर्क आयुक्त के नाम कलेक्टर को पत्रकारों ने सौंपा ज्ञापन
जनसंपर्क आयुक्त के नाम कलेक्टर को पत्रकारों ने सौंपा ज्ञापन
पत्रकारों ने पूछा प्रशस्ति पत्र देने में कौन सी प्रक्रिया अपनाई गई
कलेक्टर ने मानी गलती, कहा आगे से समिति गठित कर तय किए जाएंगे नाम
हरदा। गणतंत्र दिवस के मौके पर कुछ चुनिंदा पत्रकारों को सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। प्रशासन द्वारा लिए गए इस फैसले को लेकर अनेक पत्रकारों ने आपत्ति दर्ज कराई है। इस संबंध में आज दर्जनों पत्रकारों ने कलेक्टर संजय गुप्ता को जनसंपर्क आयुक्त के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें उन्होंने अनेक सवाल किए हैं।
अपने ज्ञापन में उन्होंने पूछा कि जिन चुनिंदा पत्रकारों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए उसमें कौन सी प्रक्रिया अपनाई गई? इन पत्रकारों द्वारा ऐसे कौन से उल्लेखनीय कार्य किए गए? क्या प्रेस परिषद समिति से इनके नामों का अनुमोदन लिया गया? जिला जनसंपर्क कार्यालय से क्या अन्य मीडिया कर्मियों से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थी? कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर शासन प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने वाले पत्रकार इसके हकदार नहीं थे?
कलेक्टर श्री गुप्ता ने पत्रकारों के समक्ष अपनी गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि भविष्य में पत्रकारों की एक समिति गठित कर नाम तय किए जाएंगे। समिति द्वारा प्रस्तावित पत्रकारों को सम्मानित किया जाएगा।
गौरतलब है कि शासकीय विभागों में कार्यरत कर्मचारियों में भी उक्त परिस्थिति को लेकर रोष है। ईमानदारी से अपना काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों को छोड़कर अधिकारियों की जी हजूरी करने वाले कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देने की बातें सामने आ रही है। अपने विभागीय कार्य समय पर शतप्रतिशत करने वाले कर्मठ कर्मचारी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है।
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