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रिश्वतखोर डॉक्टर को लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

रिश्वतखोर डॉक्टर को लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

रिश्वत में फिर दागदार हुई चिकित्सा, आयुष के 80 हजार के घूस मामले के बाद ऑपरेशन के 4 हजार लेते पकड़ाए



भोपाल - रिश्वत को लेकर चिकित्सा महकमा लगातार दूसरे दिन दागदार हुआ है। शुक्रवार को पन्ना जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर गुलाब तिवारी 4000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुए। ऑपरेशन के नाम पर वे मुकेश कुशवाहा से रिश्वत मांग रहे थे। इसके पहले कल राजधानी में लोकायुक्त (Lokayukt) की टीम ने एक रिश्वतखोर बाबू सुनील नामदेव को 80 हजार की घूस (Bribe) लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आयुष विभाग में पदस्थ आरोपी सुनील नामदेव सहायक ग्रेड-2 के पद पर कार्यरत है। 

नामदेव ने एक युवक से अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर 80 हजार रुपये की मांग की थी। इस मांग पर युवक ने नामदेव से बातचीत की और नियुक्ति पाने के लिए चक्कर भी काटे। जब नामदेव नहीं माना और उसने कहा कि पैसे नहीं दिए तो अनुकंपा नियुक्ति भी नहीं मिलेगी। नामदेव से परेशान होकर युवक ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी। 
लोकायुक्त पुलिस ने सुनील नामदेव को ट्रैप करने के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया था। जैसे ही युवक आयुष कार्यालय में 80 हजार की रिश्वत देने के लिए पहुंचा। आसपास मौजूद लोगों की टीम ने बाबू सुनील नामदेव को पैसे लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आयुष कार्यालय के क्लर्क सुनील नामदेव ने फरियादी से डेढ़ लाख रुपए मांगे थे जिसकी पहली किस्त के रूप में 80 हजार रुपए क्लर्क ले रहा था। बाकी पैसे बाद में देने पर बात तय हुई थी। फरियादी के पिता इसी विभाग में कार्यरत थे, उनकी असमय मौत के बाद उनके बेटे को नौकरी मिलने वाली थी।

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