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मध्यप्रदेश पटवारी संघ का संशोधित संविधान खंडवा अधिवेशन में हुआ पारित

मध्यप्रदेश पटवारी संघ का संशोधित संविधान खंडवा अधिवेशन में हुआ पारित

कैसे होंगे प्रांताध्यक्ष के चुनाव...?, अपनी मांगों के निराकरण के  लिए क्या करेंगे पटवारी...? क्या है पटवारी संघ की अगली रणनीति....? जानने के पढ़े...


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

खंडवा । मध्यप्रदेश पटवारी संघ में विगत काफी समय से चल रही प्रांताध्यक्ष निर्वाचन प्रक्रिया संशोधन एवं अपनी वेतन विसंगति की मांग को लेकर होने वाले आंदोलन की रूपरेखा पर खंडवा में आयोजित हुए पटवारी संघ के प्रांतीय अधिवेशन एवं सम्मान समारोह में महत्वपूर्ण निर्णय पारित किए गए । उक्त जानकारी देते हुए पटवारी संघ के प्रदेश महामंत्री उमेश शर्मा एवं खंडवा जिलाध्यक्ष अश्विनी सैनी ने बताया कि संघ के प्रांतीय अध्यक्ष निर्वाचन को लेकर संविधान संशोधन पर आज निर्णय करते हुए पूर्व में चित्रकूट अधिवेशन में प्रस्तुत किये गये संविधान संशोधन के अनुसार अब जिलाध्यक्ष के  वोट के साथ ही तहसील अध्यक्ष के वोट भी प्रांताध्यक्ष निर्वाचन में डालने का संघ संविधान में संशोधन पारित हुआ। इस संशोधन से सभी तहसीलों की सीधे सहभागिता प्रांताध्यक्ष निर्वाचन में होगी। 


वहीं नीमच के वरिष्ठ पटवारी घनश्याम पांडे जोकि पटवारी संघ के मार्गदर्शक हैं के नेतृत्व में 11 सदस्यों की संघर्ष समिति की घोषणा की गई जो पटवारी संघ की मांगों को लेकर किए जाने वाले आंदोलन की रूपरेखा तय करेगी। यह समिति हड़ताल का निर्णय करेगी । कैसे करना, क्या करना, इसका फैसला समिति करेगी अंतिम निर्णय का अधिकार उक्त समिति को रहेगा ।

ये होगी आगामी रणनीति पटवारी संघ की -

आंदोलन के पूर्व आगामी दो माह में पटवारी संघ सागर जिले में एवं मंदसौर जिले में सम्मेलन आयोजित करेगा, जिसमें सागर जिले का सम्मेलन 15 मार्च से पहले राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के आतिथ्य में तथा मंदसौर का सम्मेलन 15 अप्रैल से पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के आतिथ्य में आयोजित किया जाएगा। इन दोनों सम्मेलनों में विभागीय मंत्री ओर वित्त मंत्री को पटवारी संवर्ग कि मांगों के निराकरण में सकारात्मक सहयोग के लिए अनुरोध ज्ञापित किया जाएगा।  इसके साथ हि मुख्यमंत्री महोदय से भोपाल में पटवारी की पंचायत बुलाने के लिए विशेष प्रयास किया जायेगा । 

ये हुआ पटवारी संघ को एकजुट करने के लिए -

खंडवा अधिवेशन में पटवारी संघ को एकजुट करने की पहल करते हुए प्रांताध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने रतलाम जिला अध्यक्ष सर्वसम्मति से अध्यक्ष व सभी साथियों का निलम्बन अनुशासन समिति कि अनुशंसा से समाप्त किया गया । इस दौरान मंच पर बुलाये गये मंदसौर के निलंबित पटवारी राकेश पंवार ने अपने सम्बोधन में आपा खोतै हुए पटवारी संघ की मान्यता समाप्त करवाने की टिप्पणी पर उपस्थित सभी सदस्यों ने घोर असन्तोष व्यक्त किया ओर निन्दा की जिस पर श्री पंवार ने दण्डवत प्रणाम कर माफी मांगी ओर आगे से पटवारी संघ में कोई राजनीति नहीं करने की घोषणा की गई । 

खंडवा अधिवेशन में 30 जिलों के जिलाध्यक्ष सहित प्रांतीय पदाधिकारी काफी संख्या में उपस्थित रहे। प्रांत अध्यक्ष श्री बघेल ने संघ की रीति नीति के अनुसार पूर्व में तय किए गए नियम अनुसार बिना सूचना के बैठक में अनुपस्थित रहे प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्यों को पद मुक्त घोषित किया, साथ ही कहा कि संघ के आयोजन में बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले साथी गण का नाम प्रांतीय  कार्यकारिणी के लिए जिले प्रेषित ना करें।

इसके साथ ही श्री बघेल ने बताया कि पटवारी संघ की वेतन विसंगति के साथ ही भत्तों को बढ़ाने की मांग का प्रस्तुतीकरण शासन द्वारा गठित आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया गया है और जिस प्रकार से आयोग के सदस्यों से बातचीत और चर्चा हुई है पटवारी संवर्ग के प्रति सकारात्मक माहौल बना है जिसका हमें आगामी माह में फायदा होने की पूरी उम्मीद है। इस पर उपस्थित सदस्यों ने करतल ध्वनि से प्रांत अध्यक्ष का अभिवादन किया। सम्मेलन के पश्चात सभी उपस्थित जिलाध्यक्षों और प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्यों का अभिनंदन स्मृति चिन्ह भेंट कर खंडवा जिले द्वारा किया गया।

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